फिल्म '72 हूरें' पर छिड़े विवाद के बीच मेकर्स का बड़ा ऐलना, जेएनयू में होगी फिल्म की स्पेशल स्क्रिनिंग
डिजिटल डेस्क, मुंबई। 'द कश्मीर फाइल्स' और 'द केरल स्टोरी' के बाद अब फिल्म '72 हूरें' चर्चा का विषय बनी हुई है। फिल्म का टीजर रिलीज होने के बाद से ही फिल्म का विरोध शुरु हो गया था। फिल्म पर इस्लाम की छवि खराब करने के आरोप लगे हैं। 28 जून को फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया। लेकिन सेंसर बोर्ड ने ट्रेलर को सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया है और ट्रेलर को डिजिटली रिलीज किया गया। जिसके बाद मेकर्स ने सेंसर बोर्ड पर कई सवाल उठाए। क्योकिं फिल्म को सर्टिफिकेट मिल चुका है। आतंकवाद की कहानी को उजागर करती ये फिल्म एक सच्ची घटना से प्रेरित कहानी बताई जा रही है। अब मेकर्स ने फिल्म को लेकर एक बड़ा ऐलान किया है। फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में की जाएगी। इस खबर के बाद से एक बार फिर फिल्म चर्चा का विषय बन गई है।
जेएनयू में होगी स्पेशल स्क्रीनिंग
जैसा की सब जानते हैं जब भी जेएनयू परिसर में सच्ची घटना पर आधारित किसी फिल्म की स्क्रीनिंग होती है तब-तब नया विवाद जन्म लेता है। ऐसे में इस फिल्म की स्क्रीनिंग से भी कोई नया विवाद खड़ा हो सकता है। सबकुछ जानते हुए भी मेकर्स ने इस फिल्म की स्क्रीनिंग 4 जुलाई को जेएनयू कैंपस में करने का ऐलान कर दिया है। जिसके बाद से फिल्म चर्चा में आ गई है।
ये है फिल्म की कहानी
पूरे विश्व में आतंकवाद चिंता का एक प्रमुख विषय है और ये आतंकवादी कोई और नहीं हमारी ही तरह कुछ लोग हैं। जिनके दिमाग में जहर भरकर उनका ब्रेनवॉश कर दिया जाता है और वे जिहाद के नाम पर आतंकवाद का रास्ता अपना लेते हैं। 72 हूरें एक ऐसी फिल्म है जिसमें यह दिखाने की कोशिश की जाएगी कि किस प्रकार आतंकियों को ट्रेनिंग के दौरान यह विश्वास दिलाया जाता है कि मरने के बाद जन्नत में उनकी सेवा 72 कुंवारी लड़कियां करेंगी। इस फिल्म को दो बार के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता संजय पूरन सिंह ने बनाया है।
इस दिन होनी है रिलीज
'72 हूरें' का ट्रेलर डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया गया। फिल्म में पवन मल्होत्रा और आमिर बशीर मुख्य भूमिका में हैं और यह 7 जुलाई, 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज के लिए तैयार है। इसका निर्माण गुलाब सिंह तंवर ने किया है। वहीं फिल्म के सह-निर्माता अनिरुद्ध तंवर, किरण डागर और अशोक पंडित हैं।