अक्षय कुमार वर्क एथिक्स: 'मैं तो किसी को लात मारकर..' पहली बार अपनी फ्लॉप फिल्मों और जल्दी रैपअप पर बोले अक्षय कुमार, पैन इंडिया कॉन्सेप्ट पर कही ये बात
- पहली बार अपनी प्लॉप फिल्मों और जल्दी रैपअप पर बोले अक्षय कुमार
- पैन इंडिया कॉन्सेप्ट पर कही ये बात
डिजिटल डेस्क, मुंबई। बॉलीवुड के टैलेंडेट एक्टर अक्षय कुमार फिल्म सरफिरा को लेकर चर्चा में हैं। फिल्म को 12 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज किया गया है। फिल्म को क्रिटिक्स और फैंस से अच्छे रिव्यूज मिले हैं पर फिल्म उम्मीद के मुताबित कलेक्शन नहीं कर पा रही है। अक्षय की इस फिल्म को साउथ स्टार कमल हसन का फिल्म इंडियन 2 और कल्कि से जबरदस्त टक्कर का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि, पिछले कुछ सालों में OMG 2 को छोड़ देखा जाए तो अक्षय की किसी और फिल्म ने अच्छा परफॉर्म नहीं किया है। इससे पहले रिलीज हुई अक्षय की बिग बजट फिल्म बड़े मिया छोटे मिया भी फ्लॉप रही। अब अक्षय ने पहली बार अपनी फ्लॉप फिल्मों कमिटमेंट और प्रोजेक्ट को कम समय देने को लेकर बात की है। इसी के साथ पैन इंडिया कॉन्सेप्ट को भी एक्टर ने अपनी समझ के बाहर बताया है।
अक्षय कुमार- '8 घंटे लगातार काम करता हूं'
एक इंटरव्यू के दौरान जब अक्षय से पूछा गया कि बाहर ये परसेप्शन है कि अक्षय कुमार जल्दी रैपअप करते हैं? इस पर अक्षय ने कहा, 'मैं दिन के 8 घंटे काम करता हूं। मुझे लगता है कि जब आप कैमरे के सामने होते हैं तो कैमरा सबकुछ कैप्चर करता है। 8 घंटे के बाद बॉडी थक जाती है। आपके शरीर को 8 घंटे की नींद, 2 घंटे का वर्कआउट, कुछ घंटे फैमिली के साथ बिताने के लिए भी चाहिए। तो उसके बाद बचते ही कितने हैं। 8 घंटे के दौरान मैं सबकुछ करने को तैयार रहता हूं। मैं जब सेट पर होता हूं तो मैं वैनिटी पर भी नहीं जाता हूं। मैं पूरी तरह सेट पर होता हूं पैकअप होने तक।
'जल्दी रैपअप करने को लेकर ऐसा है- मैं तो किसी को लात मारकर नहीं बोलता कि चल जल्दी खत्म कर। एक फिल्म है टॉम क्रूज की मिशन इम्पॉसिबल, उसके लिए उन्होंने सिर्फ 55 दिन शूट किया।' आगे अक्षय ने कहा, 'कुछ फिल्में ऐसी होती हैं जिनका 75 दिन का शूट शेड्यूल होता है और कछ का 30 दिन लगता है। वैसे भी जिनता समय डायरेक्टर को चाहिए मैं उतना समय देने के लिए तैयार हूं। ये परसेप्शन ऐसे किसी शख्स ने शुरू किया जो मुझे पसंद नहीं करता। पहले जब फिल्में चल रही थी तो ऐसे होता था कि यार इसके साथ फिल्म शुरू करो जल्दी खत्म होगी। अब जब नहीं चल रही है तो सभी बोल रहे हैं कि ये पिक्चर को समय नहीं देता है। तो ये बदलता रहता है।'
अक्षय कुमार- मुझे पैन इंडिया कॉन्सेप्ट समझ नहीं आता
इसके अलावा अक्षय ने कैरेक्टर्स को लेकर कहा- 'आजकल ये बहुत है कि हीरो बनाओ। पैन इंडिया बनाओ, बड़ा दिखाओ। मुझे लगता है कि मुझे अपना कैरेक्टर देखना है। मैंने बाकी कभी नहीं देखा। मैंने बहुत फिल्में ऐसी की हैं, जिनमें मेरा बहुत छोटा छोटा कैरेक्टर था। मैं एक अच्छी फिल्म का हिस्सा बनना चाहता हूं भले ही मेरा 5 दिन का ही शूट हो। मैं अपने हिसाब से फिल्में करते जा रहा हूं। मैं ऐसे नहीं सोचता हूं कि पैन इंडिया फिल्म करनी है। मुझे पैन इंडिया कॉन्सेप्ट समझ नहीं आता है।'