मनोरंजन: आमिर खान ने स्ट्रगलिंग के दिनों से जुड़ा किस्सा किया शेयर, अमिताभ बच्चन से मिली यह सीख

  • आमिर खान ने शेयर किया एक्टिंग से जुड़ा एक मजेदार किस्सा
  • अमिताभ बच्चन से मिला एक्टिंग लेसन
  • एक्टर को इस सीख से एक्टिंग करने की मिली प्रेरणा

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-23 17:37 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बॉलीवुड के 'मिस्टर परफेक्शनिस्ट' आमिर खान इंडस्ट्री के सबसे बहतरीन और उमदा कलाकारों में से एक हैंं। हाल ही में एबीपी नेटवर्क की ओर से वार्षिक शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस इवेंट में आमिर खान भी शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने अपने लाइफ और फिल्मी करियर से जुड़े कई रोचक किस्से के बारे में जिक्र किया था। इसके साथ ही उन्होंने हाल ही के सालों में हुई फ्लॉप फिल्में, अपकमिंग मूवीज और फिल्मों की शूटिंग से जुड़ी कई बातों को लेकर चर्चा की। इस बीच उन्होंने अपने स्ट्रगलिंग के दिनों में बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन से मिली एक सीख के बारे में भी बताया।

बता दें, बॉलिवुड में आमिर खान ने साल 1984 में रिलीज हुई फिल्म होली से बड़े पर्दे पर डेब्यू किया था। मगर, उन्हें साल 1988 की सुपरिहट फिल्म 'कयामत से कयामत तक' से अपार सफलता मिली थी। ऐसे में उन्होंने एबीपी न्यूज के वार्षिक शिखर सम्मेलन में अपनी करियर के शुरुआती दिनों में एक बड़ी सीख के बारे में जिक्र किया है।

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अमिताभ बच्चन से मिली थी यह सीख

सम्मेलन में बातचीत के दौरान आमिर खान ने फिल्मों के रिहर्सल के समय की एक बात शेयर की। दरअसल, यह किस्सा फिल्म कयामत से कयामत से जुड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि उस समय वह अमिताभ बच्चन से काफी ज्यादा इंस्पायर रहते थे। उन्होंने कहा, "मैं कयामत से कयामत की शूटिंग फिल्मसिटी में कर रहा था। उस दौरान मेरी कजिन नूजत में साथ थी। वहीं, फिल्म के डायरेक्टर मंसूर बाहर सेट की तैयारी कर रहे थे। नूजत के अलावा जुशी और रीना भी मेरे साथ ही थी। हम सभी लोग मैकरूम में थे। मेरा दिन का सीन था और शाम का शूट भी शुरू ही होने वाला था। जिसके लिए हम लोगों के पास एक से दो घंटे का गैप था। हमे रात का एक सीन भी शूट करना था। ऐसे में हम सूरज ढ़लने का वेट कर रहे थे।"

अमिताभ बच्चन कर रहे थे फिल्म की रिहर्सल

एक्टर ने आगे बताया, "ब्रेक के समय हमने बाहर देखा तो पता चला कि किसी फिल्म की शूटिंग चालू थी। इस दौरान सेट से आवाजें और लाइट्स लगना शरु हो गई थी। इसके साथ ही एक्शन की आवाज भी आनने लगी थी। उस सेट से एक एक्टर 100 से 200 बार उसी लाइन को बोल रहे थे। यह देखने के बाद मैं सोचने लगा कि आखिर कोई एक ही लाइन को बार-बार क्यों रिपीट करेगा? इसके बाद जब मैं सेट पर पहुंचा तब पता चला कि वह एक्टर और कोई नहीं बल्कि अमिताभ बच्चन ही थे। जो अपनी फिल्म की रिहर्सल कर रहे थे।"

आमिर को अमिताभ बच्चन की रिहर्सल से मिली बड़ी सीख

आमिर आगे बताते है , "उस समय मैं उनका बहुत बड़ा फैन हुआ करता था। मैं वहां साइड में बैठकर उन्हें देखने लगा। मैंने महसूस किया कि वो एक सीन के लिए कितनी मेहनत कर रहे हैं। उस समय मॉनिटर नहीं होते थे। प्रकाश जी फिल्म के डायरेक्टर थे उन्होंने कहा कि सीन हो गया। फिर भी अमित जी उसी सीन पर अटके रहे। वो प्रकाश जी के पास गए और उनसे बात करने लगे। उस दिन मैंने अमित जी से बड़ा लेसन सीखा कि रिहर्सल का कोई अंत नहीं होता है।'

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