शास्त्री भारतीय टीम के कोच रहेंगे या नहीं? बीसीसीआई जल्द लेगा अहम फैसला
शास्त्री पर संकट: शास्त्री भारतीय टीम के कोच रहेंगे या नहीं? बीसीसीआई जल्द लेगा अहम फैसला
- 2014 में भारतीय टीम के साथ जुड़े थे शास्त्री
- द्रविड़ कोच की रेस में सबसे आगे
- रवि शास्त्री ने बोर्ड करेगा चर्चा
डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में क्रिकेट प्रमुख के पद के लिए फ्रेश आवेदन मांगे हैं। इसके बाद से अटकलें लगाई जा रही हैं कि मौजूदा प्रमुख और भारत के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ फिर से एप्लाई कर सकते हैं। द्रविड़ टीम इंडिया के अगले हेड कोच बनने की रेस में सबसे आगे हैं। लेकिन अब जो बात सामने आ रही है, उसके अनुसार टीम के वर्तमान हेड कोच रवि शास्त्री के आगे भी टीम के कोच बने रहने के चांस पूरी तरह खत्म नहीं हुए हैं और बोर्ड अधिकारी अपने लंदन टूर के दौरान शास्त्री और टीम के खिलाड़ियों से बात करेंगे।
एएनआई के मुताबिक, "बोर्ड अधिकारी शास्त्री से मुलाकात लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान करेंगे। यदि शास्त्री अपना कार्यकाल जारी रखने के इच्छुक नहीं होंगे तो आगे की रणनीति पर भी चर्चा की जाएगी। सूत्रों के अनुसार, "इस बारे में बात करना जल्दबाजी होगी, लेकिन जैसा कि आप सब जानते हैं कि आज बीसीसीआई अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव सहित कई अधिकारी लंदन पहुंच रहे हैं। यहां ये सभी मौजूदा भारतीय कोच से बात करेंगे और आगे की रणनीति पर फैसला लेंगे।"
द्रविड़ रेस में सबसे आगे
द्रविड़ को हाल ही में श्रीलंका दौरे के लिए लिमिटेड ओवर सीरीज का हेड कोच बनाया गया था। उनकी कोचिंग में भारत ने श्रीलंका को वनडे सीरीज में 2-1 से हराया था , लेकिन टी-20 सीरीज में 1-2 से हार मिली। हालांकि इस दौरे के बाद द्रविड़ ने यह आइडिया नहीं दिया था कि वे भारतीय टीम के फुल टाइम कोच बनना चाहते हैं।
उन्होंने तीसरे टी-20 मैच के बाद एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, "मैंने यहां अपना अनुभव इंजॉय किया। आप जानते हो कि मैं इसके अलावा कुछ और सोचता नहीं हूं। मैं इमानदारी से बताऊं तो मैं उस चीज को करके काफी संतुष्ट हूं जो मैं कर रहा हूं। मैंने इसके अलावा किसी और चीज के बारे में नहीं सोचा है।"
2014 में भारतीय टीम के साथ जुड़े थे शास्त्री
शास्त्री को पहली बार बोर्ड ने 2014 में डायरेक्टर का पद सौपा था. उनका कार्यकाल टी20 वर्ल्ड कप 2016 तक था। इसके बाद अनिल कुंबले को एक साल के लिए कोच बनाया गया था।
साल 2017 में भारतीय टीम के चैम्पियन्स ट्रॉफी के फाइनल में हार के बाद रवि शास्त्री को फुल टाइम कोच नियुक्त किया गया था। रवि शास्त्री के कार्यकाल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया में दो टेस्ट सीरीज अपने नाम की है। लेकिन शास्त्री के कोच रहते हुए भारतीय टीम एक भी ICC टूर्नामेंट नहीं जीती है। टीम इंडिया 2019 के वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल तक पहुंची थी।
शास्त्री के अलावा बॉलिंग कोच भरत अरुण के आने से टीम इंडिया की गेंदबाजी में काफी सुधार आया है। लेकिन अब क्रिकेट बोर्ड ने फैसला किया है कि टीम को अगले स्तर तक पहुंचने के लिए बदलाव की आवश्यकता है।