ब्रेसवेल को लेकर सेंटनर ने कहा, कुछ भी नहीं खोने की मानसिकता ने हमें लगभग जीत दिला दी थी
भारत बनाम न्यूजीलैंड ब्रेसवेल को लेकर सेंटनर ने कहा, कुछ भी नहीं खोने की मानसिकता ने हमें लगभग जीत दिला दी थी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। न्यूजीलैंड के स्पिन आलराउंडर मिचेल सैंटनर का मानना है कि कुछ भी न खोने की मानसिकता ने उन्हें और माइकल ब्रेसवेल को हैदराबाद में वनडे सीरीज के पहले मैच में भारतीय टीम को बुरी तरह डराने के लिए प्रेरित किया।
सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने 149 गेंदों में 19 चौकों और नौ छक्कों की मदद से 208 रन बनाकर पुरुषों के एकदिवसीय क्रिकेट में सबसे कम उम्र का दोहरा शतक बनाया और न्यूजीलैंड को 350 रनों का लक्ष्य दिया था।
मेहमान 131/6 पर संकट में थे, और वहां से सेंटनर और ब्रेसवेल ने शानदार बल्लेबाजी की। केवल 102 गेंदों पर सातवें विकेट के लिए 162 रन की विशाल साझेदारी की। लेकिन अंत में, दोनों लक्ष्य का पीछा करने के अंत में आउट हो गए, जिससे न्यूजीलैंड 337 रन पर आल आउट हो गया, तीन मैचों की श्रृंखला में 12 रन से हार कर 1-0 से पीछे रह गया।
सेंटनर ने सेन ब्रेकफास्ट शो में कहा, यह न्यूजीलैंड की मानसिकता थी कि हमारे पास यहां खोने के लिए कुछ भी नहीं है। ब्रेसवेल और मैं केवल अपने शॉट खेलने के बारे में सोच रहे थे और मैं काफी खुश था, क्योंकि ब्रेसवेल मैदान के चारों ओर बाउंड्री लगा रहे थे। ब्रेसवेल ने 78 गेंदों में 12 चौकों और 10 छक्कों की मदद से 140 रन की तूफानी पारी खेली, वहीं सेंटनर ने 45 गेंदों में 57 रन बनाए। लेकिन हमने जितना करीब जाना था, हम उतना करीब गए। अब वे दबाव में थे।
न्यूजीलैंड ने महीने की शुरूआत में पाकिस्तान में 50 ओवरों की श्रृंखला में 2-1 से जीत हासिल करने के बाद भारत के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में प्रवेश किया। सेंटनर ने बताया कि अलग-अलग परिस्थितियों में परिवर्तन और एक बड़ा वातावरण उनके न्यूजीलैंड के साथियों के लिए एक चुनौती थी। उन्होंने कहा, यह स्पष्ट रूप से एक बदलाव था। पाकिस्तान में इस तरह के कम, धीमे विकेट, मैं चाहता हूं कि वे यहां (वही) हों, लेकिन यह काफी सपाट था और अच्छी गति और अच्छी उछाल थी।
(आईएएनएस)।
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