आईसीसी टूर्नामेंट ना जीतना निराशाजनक, पर कोई अफसोस नहीं: रवि शास्त्री 

बड़ा बयान आईसीसी टूर्नामेंट ना जीतना निराशाजनक, पर कोई अफसोस नहीं: रवि शास्त्री 

Bhaskar Hindi
Update: 2021-11-12 15:00 GMT
आईसीसी टूर्नामेंट ना जीतना निराशाजनक, पर कोई अफसोस नहीं: रवि शास्त्री 
हाईलाइट
  • 8 नवंबर को नामीबिया के खिलाफ रवि शास्त्री का हेड कोच रूप में आखरी मैच था
  • रवि शास्त्री के सानिध्य में भारत ने बहुत शानदार प्रदर्शन किया
  • सबसे बड़ी उपलब्धि थी ऑस्ट्रेलियाई जमींन पर दो बार टेस्ट सीरीज जीतना

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मौजूदा आईसीसी टी20 विश्व कप 2021 में भारतीय टीम फैंस की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाई और सेमीफाइनल तक पहुंचने में भी विफल रही। 8 नवंबर को एक औपचारिक मैच में नामीबिया के खिलाफ जीत दर्ज कर भारतीय टीम ने टूर्नामेंट से विदाई ली। यह मुकाबला पिछले पांच सालों से चले आ रहे कोहली-शास्त्री युग का आखिरी मैच साबित हुआ। विराट कोहली भी टी-20 प्रारूप में भारतीय टीम की कप्तानी छोड़ चुके हैं, जबकि रवि शास्त्री का भी हेड कोच के रूप में ये आखरी मैच था। 

रवि शास्त्री के सानिध्य में भारत ने बहुत शानदार प्रदर्शन किया। इस दौरान उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि थी ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर दो बार टेस्ट सीरीज जीतना। इसके अलावा भी टीम ने उनकी कोचिंग में कई यादगार सफलताएं हासिल कीं। हालांकि, शास्त्री के कोच रहते टीम इंडिया एक बार भी आईसीसी ट्रॉफी पर कब्जा नहीं जमा पाई। 

अब रवि शास्त्री ने आईसीसी टूर्नामेंट्स न जीत पाने को लेकर बड़ी बात कही है। 

इंडिया टुडे को दिए गए एक इंटरव्यू में रवि शास्त्री ने कहा कि, "कोई पछतावा नहीं, जिस तरह से मेरी टीम की पांच सालों से अधिक की यात्रा रही है। हमने इस दौरान कुछ ज्यादा ही हासिल किया। ऑस्ट्रेलिया में जीतना काफी बड़ी उपलब्धि रही, इसे आप दूर नहीं ले जा सकते। ऑस्ट्रेलिया में लगभग 70 वर्षों के बाद लगातार दो जीत, यह कुछ ऐसा है जो अकल्पनीय था। यह इसे बेहद खास बनाता है। और निश्चित रूप से, इंग्लैंड में सीरीज में बढ़त हासिल करना भी खास रहा।"

आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत पाने को लेकर शास्त्री ने कहा, "यह एक निराशा है, अफसोस नहीं। अगर एक नहीं, तो शायद हम दो टूर्नामेंट जीत सकते थे, लेकिन ऐसी चीजें होती हैं। सफेद गेंद वाले क्रिकेट में चीजें बहुत जल्दी बदल जाती हैं। यदि आप अच्छी शुरुआत नहीं करते हैं तो बहुत जल्द पीछे हो सकते हैं, जैसा इस वर्ल्ड कप में हुआ।"

ऐसा रहा रवि शास्त्री का कार्यकाल 

शास्त्री के कार्यकाल में भारतीय टीम ने 43 टेस्ट मैच खेले, जहां भारतीय टीम ने 25 मैचों में जीत हासिल की, वहीं 76 एकदिवसीय (One Day International) में 51 और 65 टी-20 इंटरनेशनल (T20I) में 41 जीत अर्जित की। 

वहीं एक नजर तीन प्रारूपों की सीरीज और टूर्नामेंट्स पर डाले तो, भारतीय टीम ने रवि शास्त्री के मार्गदर्शन में 14 टेस्ट सीरीज में से 10, 18 वन-डे सीरीज में 12 वहीं 21 टी-20 इंटरनेशनल सीरीज में 15 पर कब्जा जमाया था। 

आपको बता दे रवि शास्त्री पहली बार भारतीय टीम के साथ बतौर डायरेक्टर 2014 में जुड़े थे। उनका कार्यकाल टी20 वर्ल्ड कप 2016 तक रहा। इस दौरान अनिल कुंबले को एक साल के लिए कोच बनाया गया, लेकिन कोहली से विवाद के कारण कुंबले ने 2017 में भारतीय टीम से चैम्पियन्स ट्रॉफी के फाइनल में हार के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद रवि शास्त्री को फुल टाइम कोच नियुक्त किया गया। अब शास्त्री की विदाई के बाद राहुल द्रविड़ के कंधों पर भारतीय टीम को आगे ले जाने की जिम्मेदारी है।

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