सुपर ओवर में निशम के छक्का लगाते ही गई उनके बचपन के कोच की जान
सुपर ओवर में निशम के छक्का लगाते ही गई उनके बचपन के कोच की जान
- नीशम के कोच जेम्स गॉर्डन की हर्ट अटैक से मौत
- नीशम ने गुरुवार को ट्विटर पर गॉर्डन को श्रद्धांजलि दी
- नीशम ने सुपर ओवर में आर्चर की दूसरी गेंद पर लगाया था छक्का
डिजिटल डेस्क, वेलिंग्टन। वर्ल्ड कप के सुपर ओवर में न्यूजीलैंड के ऑलराउंडरल जिमी नीशम के छक्का लगाते ही उनके बच्चपन के कोच डेविड जेम्स गॉर्डन का देहांत हो गया। नीशम ने गुरुवार को ट्विटर पर अपने कोच गॉर्डन को श्रद्धांजलि दी है। इंग्लैंड ने 14 जुलाई को हुए फाइनल मैच में न्यूजीलैंड को बाउंड्री के आधार पर मात देकर पहली बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया। गॉर्डन की बेटी लियोनी ने कहा कि, जैसे ही सुपर ओवर की दूसरी गेंद पर नीशम ने छक्का मारा तभी उनके पिता की हर्ट अटैक से मौत हो गई।
नीशम ने गुरुवार को ट्विटर पर गॉर्डन को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, गॉर्डन मेरे हाई स्कूल के शिक्षक, कोच और दोस्त। इस खेल से आपको बेहद लगाव था। हम भाग्यशाली रहे के हमें आपके मार्गदर्शन में खेलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मैच समाप्त होने तक आपने अपनी सांसें रोके रखी, आशा है कि आपको बहुत गर्व हुआ होगा। आपका धन्यवाद, भगवान आपकी आत्मा को शांती दे।
लियोनी ने कहा, सुपर ओवर के दौरान एक नर्स आई थी। नर्स ने कहा कि, मेरे पिता को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। मैं समझती हूं कि, नीशम ने छक्का मारा और मेरे पिता ने आखिरी सांसें ली। लियोनी ने कहा, उनका सेंस ऑफ ह्यूमर विचित्र था और वह बहुत दिलचस्प आदमी थे। उन्हें बहुत अच्छा लगा होगा कि नीशम ने छक्का मारा।
नीशम के ट्वीट को देखकर लियोनी ने खुशी जताई। उन्होंने कहा, मेरे पिता इससे खुश होंगे। नीशम के लिए उनके दिल में एक खास जगह थी। गॉर्डन ने ऑकलैंड ग्रामर स्कूल में एक शिक्षक और क्रिकेट और हॉकी कोच के रूप में 25 से अधिक वर्षों के अपने कार्यकाल में नीशम, लॉकी फर्गुसन सहित कई क्रिकेटरों को कोच किया।