आईपीएल-2020 : इस सीजन एक दिन में नहीं होंगे दो मुकाबलें, फाइनल 24 मई को
आईपीएल-2020 : इस सीजन एक दिन में नहीं होंगे दो मुकाबलें, फाइनल 24 मई को
- आईपीएल 2020 की शुरुआत 29 मार्च से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में होगी
- आईपीएल का फाइनल मैच 24 मई को खेला जाएगा
- मैचों की शुरुआत शाम 7:30 बजे से होना लगभग पक्का है
डिजिटल डेस्क, मुंबई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2020 की शुरुआत 29 मार्च से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में होनी है और फाइनल मैच 24 मई को खेला जाएगा। लीग का अगला संस्करण 57 दिनों तक चलेगा, जिसका मतलब है कि प्रसारणकर्ता स्टार स्पोटर्स ने अपनी बात लगभग मनवा ली है और इस सीजन एक दिन में दो मुकाबलों की प्रथा को खत्म कर दिया जाएगा। वहीं मैचों की शुरुआत शाम 7:30 बजे से होना लगभग पक्का है।
एक दिन में दो मैचों की प्रथा होगी खत्म
इस मामले से संबंध रखने वाले एक सूत्र ने आईएएनएस से इस बात की पुष्टि की है कि लीग 57 दिनों तक चलेगी और लंबी लीग होने का मतलब है कि एक दिन में दो मैचों की बात अब अतीत की हो जाएगी। सूत्र ने कहा, पूरा कार्यक्रम अभी तक तैयार नहीं है। फाइनल हालांकि 24 मई को खेला जाएगा। टूर्नामेंट 29 मार्च से शुरू हो रहा है तो आपके पास 45 दिन की तुलना से ज्यादा का लंबा समय है। इसलिए एक दिन में एक मैच की संभावना ज्यादा है। बल्कि यह उन लोगों के लिए आसान बात होगी जो कह रहे हैं कि 57 दिन में मैच कैसे खेले जाएंगे।
मैचों की शुरुआत शाम 07:30 बजे से
उनसे जब मैचों की शुरुआत के समय के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैचों की शुरुआत का समय शाम 7:30 बजे, लगभग तय है। लीग का प्रसारणकर्ता चाहता था कि मैच जल्दी शुरू हों। उन्होंने कहा, टीआरपी निश्चित तौर पर मुद्दा है, लेकिन सिर्फ इस बात पर सारी चीजें नहीं डालते हैं, आप खुद भी देख सकते हैं कि पिछले सीजन मैच कितनी देर से खत्म होते थे। जो लोग स्टेडियम आते थे उनके लिए वापस घर लौटना आसान नहीं रहता था। इस पर चर्चा हुई है और यह लगभग तय है कि इस सीजन शाम को 7:30 बजे मैच शुरू होंगे।
फ्रेंचाइजियों को मैच की टाइमिंग पर एतराज
फ्रेंचाइजियों को हालांकि इस पर एतराज है क्योंकि उनका मानना है कि इस समय दर्शकों का स्टेडियम में आना बेहद मुश्किल है। फ्रेंचाइजी के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, अगर आप मेट्रो में रह रहे हैं तो आप जानते है कि दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरू में ट्रैफिक कैसा रहता है। क्या आपको वाकई में लगता है कि लोग छह बजे ऑफिस से निकलने के बाद अपने परिवार को लेकर मैच की शुरुआत तक स्टेडियम में आ पाएंगे? समय में बदलाव करने से पहले यह ऐसी चीज है जिस पर विचार करना चाहिए।