World Cup: इंग्लैंड 27 साल बाद फाइनल में, ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराया
World Cup: इंग्लैंड 27 साल बाद फाइनल में, ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराया
- 14 जुलाई को इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच वर्ल्ड कप का फाइनल खेला जाएगा.
- 1992 के बाद पहली बार है जब इंग्लैंड की टीम वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची है.
- इंग्लैंड और न्यूजीलैंड
- दोनों ही टीमें आजतक वर्ल्ड कप का खिताब नहीं जीत पाई हैं.
- दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराकर इंग्लैंड वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंच गया है.
डिजिटल डेस्क। इंग्लैंड ने गुरुवार को मौजूदा विजेता ऑस्ट्रेलिया को एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए दूसरे सेमीफाइनल मैच में 8 विकटों से मात दे आईसीसी ICC वर्ल्ड कप-2019 के फाइनल में जगह बना ली है। फाइनल में रविवार को इंग्लैंड का सामना न्यूजीलैंड से होगा जिसने भारत को हरा फाइनल में प्रवेश किया। इंग्लैंड ने 27 साल बाद विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई है। इंग्लैंड की टीम चौथी बार फाइनल में पहुंची है। इंग्लैंड ने आखिरी बार 1992 में फाइनल खेला था जहां वो पाकिस्तान से हार गई थी। उससे पहले वो 1987 और 1979 में फाइनल में पहुंची थी।
वर्ल्ड कप की शुरुआत से ही इंग्लैंड को जीत का सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा था। लीग दौर में वह थोड़ी लड़खड़ा गई थी लेकिन मेजबान टीम ने दमदार वापसी की और अपने आप को साबित किया। सेमीफाइनल में उसका सामना ऑस्ट्रेलिया से था जिससे वो लीग चरण में हार चुकी थी, लेकिन ऐजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए इस मैच में इंग्लैंड ने एकतरफा खेल दिखा जीत हासिल की। मेजबान टीम ने पहले बल्लेबाजी का फैसला करने वाली ऑस्ट्रेलिया को मैन ऑफ द मैच चुने गए क्रिस वोक्स की आगुआई में बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर 49 ओवरों में 223 रनों पर ढेर कर दिया और फिर इस लक्ष्य को 32.1 ओवरों में सिर्फ 2 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
एक बार फिर इंग्लैंड की सलामी जोड़ी ने बताया कि क्यों वो इस समय सबसे खतरनाक जोड़ी है। जेसन रॉय और जॉनी बेयरस्टो की इस जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 17.2 ओवरों में 124 रन जोड़ अपनी टीम की जीत तय कर दी थी। मिशेल स्टार्क ने बेयरस्टो को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा। उन्होंने हालांकि रॉय के मुकाबले धीमी बल्लेबाजी की और 43 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से 34 रन बनाए। रॉय को पैट कमिंस ने आउट किया। उन्होंने 65 गेंदों पर नौ चौके और पांच छक्कों की मदद से 85 रन बनाए। इसके बाद इयोन मोर्गन और जोए रूट ने इंग्लैंड को तीसरा झटका नहीं लगने दिया और तीसरे विकेट के लिए 79 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत दिलाई। रूट 46 गेंदों पर आठ चौके मार 49 रन बनाकर नाबाद रहे। मोर्गन ने 39 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से नाबाद 45 रनों की पारी खेली।
इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया। छठे खिताब की खोज में लगी ऑस्ट्रेलिया को खराब शुरुआत मिली लेकिन स्टीवन स्मिथ और एलेक्स कैरी 103 रनों की साझेदारी कर उसे लड़ने लायक स्कोर दिया। यह साझेदारी तब आई जब ऑस्ट्रेलिया ने 14 रनों पर ही अपने तीन विकेट खो दिए थे। एरॉन फिंच (0), डेविड वार्नर (9) और इस मैच में विश्व कप पदार्पण कर रहे पीटर हैंड्सकॉम्ब (4) पवेलियन लौट चुके थे। यहां से कैरी और स्मिथ ने टीम को संभाला। कैरी अंतत: आदिल राशिद का शिकार बन अर्धशतक से चार रन दूर रह गए। कैरी ने 46 रन बनाने के लिए 70 गेंदों का सामना किया और चार चौके लगाए। कैरी को शुरुआत में जोफ्रा आर्चर की गेंद भी लग गई थी, लेकिन फिर वह विकेट पर खड़े रहे और टीम को संकट से उबारने में सफल रहे। राशिद ने कैरी को 28वें ओवर की दूसरी गेंद पर आउट किया और इसी ओवर की आखिरी गेंद पर वह मार्कस स्टोइनिस (0) का विकेट लेने में भी सफल रहे।
अंत में ग्लैन मैक्सेवल और मिशेल स्टार्क ने स्मिथ का साथ दिया और अच्छी पारियां खेल टीम को लड़ने लायक स्कोर दिया। मैक्सवेल ने 23 गेंदों पर 22 और स्टार्क ने 36 गेंदों पर 29 रन बनाए। स्मिथ अपना शतक पूरा नहीं कर पाए और 217 के कुल स्कोर पर रन आउट हो गए। उन्होंने 119 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 85 रन बनाए। इंग्लैंड के लिए वोक्स और राशिद ने 3-3 विकेट लिए। जोफ्रा आर्चर ने 2 सफलताएं अर्जित कीं। मार्क वुड को 1 विकेट मिला।