3rd T-20: टीम इंडिया ने श्रीलंका से लगातार छठवीं सीरीज जीती, अश्विन-चहल को पीछे छोड़ नंबर एक टी-20 गेंदबाज बने बुमराह
3rd T-20: टीम इंडिया ने श्रीलंका से लगातार छठवीं सीरीज जीती, अश्विन-चहल को पीछे छोड़ नंबर एक टी-20 गेंदबाज बने बुमराह
- जसप्रीत बुमराह के 44 टी-20 में 53 विकेट
- अश्विन और चहल को पीछे छोड़ा
- धवन-राहुल ने 97 रन की ओपनिंग साझेदारी की
- दोनों ने अर्धशतक जड़े
- भारत के 201 रन के जवाब में 15.5 ओवर में 123 रन पर सिमटी श्रीलंकाई पारी
डिजिटल डेस्क, पुणे। भारत ने पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन मैदान में खेले गए तीसरे और निर्णायक टी-20 मुकाबले में श्रीलंका को 78 रन से हराया। इस जीत के साथ ही भारत ने तीन मैचों की टी-20 सीरीज 2-0 से जीती। टीम इंडिया की श्रीलंका के खिलाफ यह लगातार छठवीं द्विपक्षीय टी-20 सीरीज जीत है। वहीं इस मैच में श्रीलंकाई पारी के पहले ओवर में दानुष्का का विकेट लेते ही तेज गेंदबाज जस्प्रीत बुमराह भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए हैं। इसके अलावा विराट कोहली ने भी एक रिकॉर्ड बनाया। वे अंतरराष्ट्रीय किक्रेट में सबसे तेज 11,000 रन बनाने वाले बन गए हैं। उन्होंने 196 पारी में 11 हजार रन पूरे किए।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 201 रन बनाए। इसके जवाब में श्रीलंकाई टीम 15.5 ओवर में 123 रनों पर सिमट गई। बता दें कि गुवाहाटी में पहला मैच बारिश और गीली पिच के कारण रद्द हो गया था, जबकि इंदौर में खेले गए दूसरे मैच में भारत ने एकतरफा जीत हासिल की थी।
बुमराह भारत के नंबर वन T-20 गेंदबाज
चोट से वापसी कर रहे टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने शानदार गेंदबाजी करते हुए अपने नाम टी-20 का एक बड़ा रिकॉर्ड कर लिया। वो अब फाटफट क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट चटकाने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं।चोट से वापसी कर रहे टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने शानदार गेंदबाजी करते हुए अपने नाम टी-20 का एक बड़ा रिकॉर्ड कर लिया। वो अब फाटफट क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट चटकाने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। अब बुमराह के नाम 45 मैचो में 53 विकेट दर्ज हो गए हैं। वहीं, चहल ने 36 और अश्विन ने 46 मैचों में 52 विकेट चटकाए हैं। टी-20 में सबसे अधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड श्रीलंकाई कप्तान लसिथ मलिंगा के नाम है। मलिंगा ने 81 मैच खेलते हुए 106 विकेट झटके हैं।
विराट सबसे तेज 11,000 रन बनाने वाले कप्तान बने
रन मशीन विराट ने दुनिया के सभी कप्तानों को पीछे छोड़ दिया है। श्रीलंका के खिलाफ पुणे के मुकाबले में एक रन बनाते ही विराट कोहली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज 11 हजार रन बनाने वाले दुनिया के पहले कप्तान बन गए। विराट बतौर कप्तान ये कमाल करने वाले दुनिया के छठे और एमएस धोनी के बाद भारत के दूसरे कप्तान बने। विराट से पहले रिकी पोंटिंग, ग्रीम स्मिथ, स्टीफन फ्लेमिंग, एमएस धोनी और एलन बॉर्डर ने यह मुकाम हासिल किया है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान पोंटिंग ने 324 मैचों में 15,440 रन बनाए थे। वहीं स्मिथ (286 मैचों में 14,878), फ्लेमिंग (303 मैचों में 11,561), धोनी (332 मैचों में 11,207) और एलन बॉर्डर ने (271 मैचों में 11,062) रन टीम का नेतृत्व करते हुए बनाए हैं। जबकि विराट ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की 196वीं पारी में अपने 11 हजार रन पूरे किए। इन पारियों में उन्होंने कप्तान के तौर पर कुल 41 शतक लगाए हैं। विराट से पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पोंटिंग के नाम था। उन्होंने 253 पारियों में यह कमाल किया था।
श्रीलंकाई पारी:— धनंजय और मैथ्यूज ही पहुंच पाए दहाई के आंकड़े तक
श्रीलंका की ओर से धनंजय डी सिल्वा ही भारतीय गेंदबाजों का सामना कर सके उन्होंने 36 गेंदों में 57 रन की जुझारु पारी खेली। कुछ देर के लिए एंजिले मैथ्यूज (31) ने उनका साथ दिया। दोनों ने पांचवे विकेट के लिए 68 रन जोड़े। इन दोनों के अलावा कोई भी बल्लेबाज रन बनाने के मामले में दहाई का अंक भी नहीं छू सका।दानुष्का गुणाथिलका (1) को जसप्रीत बुमराह ने वॉशिंगटन सुंदर के हाथों कैच कराया। अविष्का फर्नांडो (9) को शार्दुल ठाकुर ने श्रेयस के हाथों कैच कराया। ओशादा फर्नांडो (2) को पांडे ने रनआउट किया। कुशल परेरा (7) को नवदीप सैनी ने बोल्ड किया। एंजेलो मैथ्यूज 31 रन बनाकर आउट हुए। वॉशिंगटन सुंदर की गेंद पर मनीष पांडे ने उनका कैच लिया। दसुन शनाका (9) को शार्दुल ने पवेलियन भेजा। हसरंगा (0) को चहल ने रनआउट किया।
भारतीय पारी:-
इससे पहले श्रीलंका के कप्तान लसिथ मलिंगा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया है। टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी कर रही भारतीय टीम ने लोकेश राहुल (54) और शिखर धवन (52) के बीच पहले विकेट के लिए हुई 97 रनों की साझेदारी के बाद अंतिम समय में मनीष पांडेय (नाबाद 31) और शार्दूल ठाकुर (नाबाद 22) की तूफानी पारियों की बदौलत निर्धारित 20 ओवरों में छह विकेट पर 201 रन बनाए। भारत का पहला विकेट धवन के रूप में 97 रनों पर गिरा। धवन ने 36 गेंदों का सामना कर सात चौके और एक छक्का लगाया। इसके बाद कप्तान ने पहली बार इस सीरीज में अंतिम एकादश में शामिल किए गए संजू सैमसन को बल्लेबाजी के लिए भेजा। सैमसन ने आते ही छक्के के साथ उद्घाटन किया, लेकिन दो गेंदों का सामना करने के बाद वह छह रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद राहुल का विकेट गिरा। राहुल ने 36 गेदों का सामना कर पांच चौके और एक छक्का लगाया। राहुल का विकेट 118 के कुल योग पर गिरा।
इसके बाद आए श्रेयश अय्यर भी अधिक देर विकेट पर नहीं टिक सके और दो गेंदों का सामना कर एक चौका लगाने के बाद 122 के कुल योग पर आउट हुए। धवन, राहुल और अय्यर के विकेट लक्षन संदाकन ने लिए जबकि सैमसन को वानिंदू हासारांगा ने आउट किया। कप्तान विराट कोहली (26) ने मनीष पांडेय के साथ मिलकर स्कोर को 150 के पार पहुंचाया लेकिन 164 के कुल योग पर कोहली रन आउट हो गए। कोहली ने 17 गेंदों का सामना कर दो चौके और एक छक्का लगाया। उनका विकेट 18वें ओवर की तीसरी गेंद पर गिरा और अगली ही गेंद पर वॉशिंगटन सुंदर (0) भी चलते बने।
इसके बाद पांडेय और शार्दूल ने टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया। इन दोनों ने 14 गेंदों पर 37 रन जोड़े। पांडेय 18 गेंदों का सामना कर चार चौके लगाकर नाबाद लौटे जबकि शार्दूल ने आठ गेंदों की तूफानी पारी में एक चौका और दो छक्के लगाए। श्रीलंका की ओर से संदाकन और वानिंदू के अलावा लाहिरू कुमारा को एक सफलता मिली।