भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज: हैदराबाद टेस्ट से पहले आर अश्विन ने भरी हुंकार, इंग्लिस टीम के बैजबॉल थ्योरी पर कही यह बात

  • हैदराबाद टेस्ट से पहले आर अश्विन ने भरी हुंकार
  • इंग्लिस टीम के बैजबॉल थ्योरी पर कही यह बात
  • आक्रमक क्रिकेट करता है अश्विन को उत्साहित

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-23 18:38 GMT

डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत गुरुवार (25 जनवरी) से होने वाली है। सीरीज का पहला मुकाबला हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला जाएगा। इससे पहले सभी भारतीय खिलाड़ी बीसीसीआई अवॉर्ड्स प्रोग्राम में शामिल हुए। जहां कई भारतीय खिलाड़ियों को उनके दमदार प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। इन्हीं में एक टीम के अनुभवी खिलाड़ी आर अश्विन भी हैं। जिन्हें क्रिकेटर ऑफ द ईयर 2020-21 के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। इसी अवॉर्ड सेरेमनी में इंग्लैंड टीम के बैजबॉल को लेकर बयान दिया है।

आर अश्विन हुए बैजबॉल से इंप्रेस

दरअसल, कप्तान बेन स्टोक्स और हेड कोच ब्रैंडन मैक्कुलम के नेतृत्व में इंग्लैंड की टीम पिछले कुछ सालों से टेस्ट क्रिकेट को बैजबॉल थ्योरी से खेल रही है। अपनी इस थ्योरी के अंतर्गत इंग्लिश टीम टेस्ट क्रिकेट में आक्रमक अंदाज में बल्लेबाजी करके विपक्षी गेंदबाजों पर दबाव बनाती है। अब इंग्लिश टीम की इसी थ्योरी को लेकर अनुभवी स्पिनर आर अश्विन ने कहा कि बैजबॉल उन्हें काफी उत्साहित करता है। इस तरह का क्रिकेट उन्हें इंप्रेस करता है।

बड़े रिकॉर्ड की ओर आर अश्विन

इंग्लैंड के खिलाफ इस घरेलू टेस्ट सीरीज में अनुभवी स्पिनर आर अश्विन टेस्ट क्रिकेट में अपने नाम एक बड़ा रिकॉर्ड कर सकते हैं। अश्विन टेस्ट क्रिकेट में 500 विकेट हासिल करने से महज 10 विकेट दूर हैं। घरेलू मैदानों पर उनके प्रदर्शन को देखते हुए अश्विन पहले ही टेस्ट में इस मुकाम को हासिल कर सकते हैं। हालांकि, अपने इस रिकॉर्ड को लेकर अश्विन ने कहा, "नंबर मुझे उत्साहित नहीं करते हैं। ये तब उत्साहित करते थे जब मैं बच्चा था। अब दवाब वाले हालातों में नंबर बैकयार्ड में चले जाते हैं। फोकस मैच जीतने पर रहता है।"

टेस्ट क्रिकेट में बेस्ट हैं आर अश्विन

आर अश्विन ने लगभग 13 साल पहले साल 2011 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था। तब से लेकर आज तक अश्विन ने भारतीय टीम के लिए कुल 95 टेस्ट मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से इस फॉर्मेट में कमाल का प्रदर्शन किया है। अगर उनके गेंदबाजी की बात करें तो उन्होंने अब खेले टेस्ट मैचों की 179 पारियों में 23.69 की औसत से 490 विकेट चटकाए हैं। इस दौरान 34 बार उन्होंने फाइव विकेट हॉल हासिल किए हैं। वहीं बल्ले से बात करें तो अश्विन ने टेस्ट मैच की 134 पारियों में 26.83 की औसत से 3193 रन बनाए हैं। जिसमें 5 शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं। 

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