सैर-सपाटा: सैलानियों को भा रहा हिमालय की गोद में बसा नालदेहरा
- नए साल का जोरदार स्वागत
- शिमला सैर-सपाटे के शौकीनों का पसंदीदा स्थल
- देसी-विदेशी मेहमानों के लिए सभी लग्जरी सुविधाएं
डिजिटल डेस्क, मुंबई, बसंत मौर्य। नए साल के स्वागत के लिए देश भर के पर्यटन स्थलों पर भीड़ है। हिमालय की गोद में बसे हिमाचल प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर, उत्तराखंड के होटलों में जगह नहीं है। अंग्रेजी हुकूमत के दौर से हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला सैर-सपाटे के शौकीनों का पसंदीदा स्थल रहा है। शिमला शहर से महज 22 किमी दूर स्थित नालदेहरा आजकल सैलानियों को लुभा रहा है। चीड़, देवदार, भोजपत्र के पेड़ों से घिरा नालदेहरा का सौंदर्य बेमिसाल है। बारिश के मौसम में यहां बादलों से अठखेलियां कर सकते हैं। पहाड़ों से गिरते झरनों की चांदनी (पानी) को निहार सकते सकते हैं। सर्दी के मौसम में बर्फबारी का लुत्फ उठा सकते हैं। सुरम्य वादियों से घिरा प्रेस्टीन पीक (पहाड़) खास है, जहां क्लब महिन्द्रा ने आलीशान रिजॉर्ट बनाया है। यहां देसी-विदेशी मेहमानों के लिए सभी लग्जरी सुविधाएं हैं। यह समुद्र तल से 7,200 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस रिजॉर्ट के आसपास ऐसे कई स्थल हैं, जो नालदेहरा को परिवार के साथ घूमने-फिरने का आदर्श विकल्प बनाते हैं। हर-भरे जंगलों के बीच यहां स्थित एशिया के सबसे बड़े गोल्फ कोर्स में घुड़सवारी का आनंद ले सकते हैं। तत्तापानी में नौकाविहार कर सकते हैं। मशोबरा में ग्रीष्मकालीन राष्ट्रपति निवास भी देख सकते हैं। सेब की उपज बढ़ाने पर लगातार अनुसंधान करनेवाले वाले संस्थान में रोचक जानकारियां हासिल कर सकते हैं।
पहाड़ की चोटी पर बने क्लब महिन्द्रा प्रेस्टीन पीक रिजॉर्ट में मेहमानों के लिए बड़ा उद्यान, आरामदायक कमरे, स्वादिष्ट व्यंजन और मनोरंजन केंद्र उपलब्ध है। हर कमरे से हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियां दिखाई देती हैं। यहां के रेस्टोरेंट में खास तौर पर पकाए गए हिमाचली भोजन का स्वाद ले सकते हैं। दक्षिण भारतीय और अंतरराष्ट्रीय व्यंजन भी उपलब्ध हैं। नेचर पार्क जा सकते हैं या माउंटेन साइक्लिंग कर सकते हैं। इसके आसपास कई दर्शनीय स्थल हैं, जिन्हें देख सकते हैं।
तत्तापानी: सतलुज नदी के पास बसा तत्तापानी एक गांव है। यहां राफ्टिंग के शौकीन आते हैं। यहां भगवान शंकर की एक गुफा भी है। यहां रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग जैसी एडवेंचर एक्टिविटी में शामिल हो सकते हैं।
गोल्फ कोर्स: नालदेहरा गोल्फ कोर्स को लॉर्ड कर्जन ने बनवाया था। ये भारत का सबसे पुराना नौ-होल वाला कोर्स है। दूर तक फैले और हरीतिमा भरे गोल्फ कोर्स में बैठकर सुकून के पल बिता सकते हैं। यहां घुड़सवारी भी कर सकते हैं।
मशोबरा: मशोबरा नालदेहरा से 10 किमी दूर है। पूरा क्षेत्र हरा-भरा है। वर्षों पुराने पेड़ बयां करती हैं कि यहां की प्राकृतिक विरासत कितनी समृद्ध है। यहां पर राष्ट्रपति निवास भी है। गर्मी के मौसम में राष्ट्रपति यहां कुछ दिन बिताने के लिए आते हैं। राष्ट्रपति निवास को आम लोग देख सकते हैं।
कब जाएं: मई से सितंबर का मौसम माकूल है। इस दौरान बारिश का लुत्फ उठा सकते हैं। ठंड के मौसम में यह और रमणीय बन जाता है, जब यहां बर्फ पड़ती है। इस दौरान तापमान -4 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। शिमला से यहां आसानी से पहुंच सकते हैं। दिल्ली, चंडीगढ़ से भी यह जगह सड़क मार्ग से जुड़ी है।