चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल: देशी-विदेशी कलाकारों की थाप पर झूमे लोग, खुशी और एकता का है प्रतीक
- पर्यटन को बढ़ावा देने में जुटी मेघालय सरकार
- चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल में झूमे युवा
- दुनियाभर में बनी पहचान
डिजिटल डेस्क, अजीत कुमार, शिलांग। 'भारत का स्कॉटलैंड' कहे जाने वाले शिलांग में 17 से 19 नवंबर तक आयोजित बहुप्रतीक्षित शिलांग चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल का पहला दिन भले ही खराब मौसम की भेंट चढ़ गया, लेकिन अंतिम दो दिन हजारो लोग देशी-विदेशी कलाकारों व गायकों की थाप पर झूमे। इस दौरान पर्यटकों ने म्यूजिक, कला और संस्कृति को खूब एन्जॉय किया।
री भोई जिले के मदन कुर्गलांग में आरबीडीएसए स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में आयोजित इस फेस्टिवल में शनिवार और रविवार को पर्यटकों ने सनम, एनई-यो, हाइब्रिड थ्योरी, डालारिटी, केनी म्यूजिक, पिंक पांडा, साइको, जोनास ब्लू, ब्लू टेम्पटेशन, अमिनियो, द बैंड फैंटम, केनी म्यूजिक जैसी सिलेब्रिटी और बैंड का लुत्फ उठाया। इनके परफॉर्मेंस ने वहां मौजूद दर्शकों को रोमांच से भर दिया। फेस्टिवल की दीवानगी ऐसी कि इसमें देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचेl इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग-40 के किनारे गुवाहाटी-शिलांग रोड और मवियोंग आईएसबीटी रोड लोगों से पटा रहा।
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पर्यटन को बढ़ावा देने में जुटी मेघालय सरकार
दरअसल मेघालय सरकार चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल जैसे आयोजनों के माध्यम से प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने में जुटी है। मेघालय के पर्यटन मंत्री पॉल लिंगदोह ने कहा कि अगर पहले दिन मौसम ने धोखा नहीं दिया होता तो इस महोत्सव में एक लाख से अधिक पर्यटकों की भागीदारी होती। उन्होंने कहा कि यह फेस्टिवल खुशी और एकता के प्रतीक के रूप में उभर कर आया है। यह लोगों को प्रकृति की महिमा और हमारी सांस्कृतिक विविधता की गहराई की सराहना करने के लिए एकजुट करता है। बता दें कि पर्यटन को बढ़ावा देने के मक़सद से मेघालय सरकार दिल्ली हाट में पाइन एप्पल फेस्टिवल और गारो हिल्स वंगला फेस्टिवल भी आयोजित कर चुकी है।
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क्या है चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल ?
जापान में चेरी ब्लॉसम उत्सव मनाने की सदियों पुरानी परंपरा है। इसके मार्फत पूरे जापान में प्रकृति की सुंदरता का जश्न मनाया जाता है। फूल खिलने के दौरान लोग मौजमस्ती करते हैं, गाते हैं और दावतें आयोजित करते हैं। बाद में यही उत्सव एक वैश्विक कार्यक्रम बन गया और अमेरिका, कोरिया, भारत, चीन सहित कई देशों में मनाया जाने लगा। नवंबर में शिलांग की सड़कें भी गुलाबी और सफेद चेरी के फूलों से ढक जाती है। लिहाजा प्रकृति की इस कृपा को संजोने के लिए शिलांग में चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल मनाया जाता है।