सतना: विधायक ने लगाए दो पार्षदों के अपहरण के आरोप
- पराजय के डर से भयभीत है भाजपा
- नगर पालिका अधिनियम की धारा 23 क में कहीं भी फ्लोर टेस्ट कराने का प्रावधान नहीं है
- भाजपा पर शासन-प्रशासन की शक्ति का दुुरुपयोग करने के भी आरोप लगाए।
डिजिटल डेस्क,सतना। इसी बीच यहां कांग्रेस के सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा को आड़े हाथ लिया। उन्होंने आरोप लगाए कि अविश्वास के प्रस्ताव से भाजपा भयभीत है। उसे पराजय का डर है।
विधायक ने कहा कि इसीलिए उनके दो महिला पार्षदों का अपहरण कर भोपाल ले जाया गया और भाजपा की सदस्यता दिलाई गई। सिद्धार्थ ने कहा कि अन्यथा सदस्यता तो सतना में भी दिलाई जा सकती है। उन्होंने भाजपा पर शासन-प्रशासन की शक्ति का दुुरुपयोग करने के भी आरोप लगाए।
फ्लोर टेस्ट का प्रावधान नहीं
नेता प्रतिपक्ष रावेंद्र सिंह मिथलेश ने कहा कि स्पीकर के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव के मामले में नगर पालिका अधिनियम की धारा 23 क में कहीं भी फ्लोर टेस्ट कराने का प्रावधान नहीं है। जनता से निर्वाचित मेयर को वापस बुलाने के लिए अविश्वास की प्रक्रिया पृथक है।
उन्होंने कहा कि यदि इस मसले पर सत्ता पक्ष प्रशासन पर दबाव बनाता है तो इससे निर्वाचित पार्षद प्रभावित होंगे। प्रकिया वैधानिक नहीं रह जाएगी। इस दौरान शहर अध्यक्ष एवं अधिवक्ता मकसूद अहमद, पार्षद अमित अवस्थी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामकुमार तिवारी एवं पूर्व पार्षद राजदीप सिंह मोनू भी मौजूद थे।