सातारा: शरद पवार का बड़ा बयान - चार राज्यों के नतीजों का इंडिया गठबंधन पर कोई असर नहीं होगा
- सातारा में राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार का बयान
- इंडिया गठबंधन पर कोई असर नहीं होगा
- चार राज्यों के नतीजों पर बयान
डिजिटल डेस्क, पुणे। लोकसभा का सेमीफाइनल माने जा रहे 4 राज्यों के विधानसभा चुनाव में चार राज्यों में से तीन राज्यों में भाजपा ने जोरदार जीत हासिल कर ली है। मध्य प्रदेश की सत्ता बरकरार रखते हुए भाजपा ने कांग्रेस के हाथों से राजस्थान और छत्तीसगढ़ की सत्ता छीनने में सफल रही है। कांग्रेस ने गंभीर आरोप लगाया है कि ये जीत ईवीएम की जीत है। वहीँ रविवार को सातारा दौरे पर रहे राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार ने सतर्क रुख अपनाते हुए कहा कि, इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। दो राज्यों में सत्ता नहीं रहने से भाजपा ने वहां ज्यादा ध्यान केंद्रित किया था। तेलंगाना में सत्तादल के वापसी के चिन्ह थे लेकिन वहां राहुल गाँधी की धुंवाधार सभा के बाद हालात बदल गए। पवार ने यह भी कहा कि, चार राज्यों के चुनावी नतीजों का इंडिया गठबंधन और आनेवाले लोकसभा चुनाव पर कोई असर नहीं होगा।
सातारा के सरकारी विश्रामगृह में संवाददाताओं के साथ की गई बातचीत में शरद पवार ने कहा, हमारे सामने मुद्दा यह है कि इंडिया गठबंधन के सामने मोदी का विकल्प कौन होगा? राजस्थान में पांच साल तक कांग्रेस की सरकार थी। वहां की जनता का मूड नए लोगों को सत्ता देने का था। वहीं, तेलंगाना में हमेशा देखा जाता है कि वहां की जनता का मूड सत्तादल के अनुकूल होता है लेकिन इस बार राहुल गांधी ने हैदराबाद में सभा की, वहां भारी भीड़ देखकर हम लोगों को यकीन हो गया कि इस साल तेलंगाना में सत्ता परिवर्तन होगा। तीन राज्यों में भाजपा की जीत के बाद कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह ईवीएम की जीत है। इस पर शरद पवार ने कहा, ''मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है। जब तक मुझे वास्तविक जानकारी नहीं मिल जाती, मैं ईवीएम को दोष नहीं दूंगा.'' क्या आज के चुनावी नतीजे कांग्रेस की आंतरिक गुटबाजी के कारण है? जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "सच कहूं तो मैं ऐसे किसी भी राज्य में नहीं गया हूं, जहां चुनाव हुए हों, इसलिए मुझे नहीं पता। इस अवसर पर सांसद श्रीनिवास पाटिल, पूर्व मंत्री बालासाहेब पाटिल, शशिकांत शिंदे, जिला महासचिव राजकुमार पाटिल आदि पवार के साथ उपस्थित थे।
शरद पवार ने यह भी कहा, चार राज्यों के नतीजों का भारत अघाड़ी पर कोई असर नहीं पड़ेगा. क्योंकि विधानसभा और लोकसभा में लोगों का मूड अलग-अलग है। नतीजों के बाद कल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर पर इंडिया गठबंधन की बैठक बुलाई गई है। हम वहां इन सभी चीजों को सुधारेंगे। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने आज की सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। इसके सवाल पर उन्होंने कहा, अब वे भाजपा के करीबी हैं, तो वे उस पार्टी के हिसाब से ही बोलेंगे ना। इतना कहकर शरद पवार ने अजीत पवार पर ज्यादा बोलने से बचने की भूमिका अपनाई। लोकसभा की सीटों के बंटवारे पर पूछे जाने पर पवार ने स्पष्ट किया कि एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना का ठाकरे समूह एक साथ बैठकर फैसला करेंगे और मिलकर ही चुनाव का मुकाबला करेंगे। सातारा लोकसभा क्षेत्र और वाई के साथ-साथ जिले के फलटण विधानसभा चुनाव के बारे में सवाल पूछने के बाद शरद पवार ने बारिश में भीगने के बाद लोग क्या करते हैं ये सबने देखा है। उन्होंने दृढ़तापूर्वक कहा कि वह आगामी चुनावों में अपने उम्मीदवार भी देंगे और उन्हें जिताएंगे भी। मराठा आरक्षण पर उन्होंने कहा कि, सर्वदलीय बैठक में यह रुख अपनाया गया है कि किसी की थाली से किसी का हक नहीं छीना जाना चाहिए। मराठा समुदाय के आरक्षण के लिए अन्य विकल्प भी हैं। इसके अलावा, जाति-वार जनगणना होने पर ही स्थिति सामने आएगी। केंद्र सरकार को भी इस संबंध में निर्णय लेने के लिए पहल करनी चाहिए।