रिसोड़: जरांगे के मराठा आरक्षण संग्राम में एक भी विधायक-सांसद शामिल नहीं - आंबेडकर
- आंबेडकर का निशाना
- मराठा आरक्षण संग्राम में एक भी विधायक-सांसद शामिल नहीं
डिजिटल डेस्क, रिसोड़। वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने लोकसभा चुनाव के तहत तहसील में संवाद सम्मेलनों का आयोजन किया। सम्मेलन में वंचित बहुजन आघाड़ी के सर्वेसर्वा एड. प्रकाश आंबेडकर ने शेलु खडसे में मराठा आरक्षण पर सम्बोधित करते कहा की महाराष्ट्र में पिछले 70 वर्षों के कालखंड़ में दिवंगत मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण का समय छोड़कर निज़ामी मराठों की सत्ता रही है। निज़ामी मराठों ने रयता के मराठों का केवल वोटों के लिए उपयोग किया। आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक इन सभी स्तराें पर उनका नुकसान करने का काम निज़ामी मराठों ने किया।
मामला गंभीर करने के लिए सत्ता में शामिल मराठा ज़िम्मेदार
मराठों के प्रश्न उन्हें सुलझाने नहीं हैं, तो उनके प्रश्नों को और अधिक गंभीर करने के लिए सत्ता में शामिल मराठा ज़िम्मेदार हैं । इसी प्रकार जरांगे के मराठा आरक्षण संग्राम में एक भी सांसद ओर विधायक का सहभाग नहीं था, ऐसा भी एड. आंबेडकर ने कहा । रिसोड़ तहसील के बेलखेड, कवठा, सवड, शेलुखडसे में संवाद सम्मेलनों का आयोजन किया गया ।
शिवसेना सांसद संजय राऊत के हस्ताक्षर वाला निमंत्रण पत्र भेजा गया था
इससे पहले वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर निमंत्रण मिलने के बावजूद गुरुवार को हुई महा विकास आघाडी की बैठक में शामिल नहीं हुए थे। विपक्षी गठबंधन का हिस्सा बनने और सीट बंटवारे पर चर्चा के लिए आंबेडकर को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले, राकांपा (शरद) प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील और शिवसेना सांसद संजय राऊत के हस्ताक्षर वाला निमंत्रण पत्र भेजा गया था।
निमंत्रण पत्र पर उद्धव ठाकरे, मल्लिकार्जुन खडगे और शरद पवार के हस्ताक्षर होने चाहिए थे
आंबेडकर ने यह कह कर बैठक में शामिल होने से इंकार कर दिया कि निमंत्रण पत्र पर उद्धव ठाकरे, मल्लिकार्जुन खडगे और शरद पवार के हस्ताक्षर होने चाहिए। इस बीच आंबेडकर ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पटोले को पत्र भेज कर कहा कि कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने आप को गठबंधन को लेकर बातचीत करने का अधिकार दिया है क्याॽ