बीजेपी की रैली: मोदी के हाथ मजबूत करने के लिए 45 से अधिक सांसदों को जिताना है - एकनाथ शिंदे
- अजित पवार की नसीहत - महायुति के कार्यकर्ता मतभेदों को बैठकर सुलझाए
- पुणे के बालगंधर्व मंदिर में बोले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे
- 45 से अधिक सांसदों को जिताना है
डिजिटल डेस्क, पुणे। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सभा को संबोधित करते कहा कि 2014 से पहले देश में हर जगह घोटाले, बम धमाके, दंगे और अराजकता की एक ही तस्वीर थी। लेकिन अब ये तस्वीर बदल गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को विकास की ओर अग्रसर किया है। इसलिए अब सब कहते हैं, मोदी है तो मुमकिन है। देश में धारा 370 हटना और राम मंदिर का निर्माण ये काम सपने जैसे थे, इन्हें नरेंद्र मोदी ने पूरा किया। मोदी के हाथ को फिर से मजबूत करने के लिए हमें राज्य से 45 से अधिक सांसद को जिताना है। जिनमें पुणे जिले के चार सांसदों को भी बहुतम से जिताना है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पुणे जिले के महायुति के उम्मीदवारों के प्रचार के लिए पुणे के बालगंधर्व रंगमंदिर में आयोजित सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिंदे बोल रहे थे। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार, मंत्री चंद्रकांत पाटिल, महिला आयोग की अध्यक्षा रूपाली चाकणकर, पुणे लोकसभा क्षेत्र की उम्मीदवार मुरलीधर मोहल, शिरूर राकांपा उम्मीदवार शिवाजीराव आढलराव पाटील आदी उपस्थित थे। इस अवसर पर शिंदे ने कहा कि भाजपा और शिवसेना के बीच पिछले 30 सालों से स्वाभाविक गठबंधन है। उसमें कुछ रुकावटे आई थी, लेकिन हम फिर से एकजुट हो गए है। अब अजित पवार भी साथ आए है। इससे हमारा गठबंधन मजबूत हुआ। शिंदे ने कहा की अब मनसे ने भी हमारा समर्थन किया है, तो हमारी ताकत ओर बढ़ गयी है।
मोदी ने 10 सालों में जो किया वह 60 साल में नहीं हुआ
शिंदे ने कहा कि मोदी ने पिछले 10 साल में जो किया और वह 60 साल में जो नहीं किया गया। हमें उस काम को मतदाताओं तक पहुंचाना है। कोरोना के दौरान हम सब काम कर रहे थे, मोदी भी काम कर रहे थे। राज्य सरकार के माध्यम से पुणे में मेट्रो का विस्तार किया जा रहा है, सड़कें बनाई जा रही हैं, पुल बनाए जा रहे हैं। साथ ही भिडे वाडा में महात्मा ज्योतिबा फुले का भव्य स्मारक बनाया जा रहा है। साथ ही 'शासन आपल्या दारी' अभियान से 5 करोड़ लोगों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ मिला है। विदेशी निवेश के मामले में महाराष्ट्र नंबर वन है। दाओस में जाकर हमने 3 लाख 73 हजार करोड़ के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। हमने भर्ती पर लगी रोक हटा दी। ऐसा शिंदे ने कहा।
महायुति के कार्यकर्ता मतभेदों को बैठकर सुलझाए - अजित पवार
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सामने वाले उम्मीदवार को कभी कमजोर नहीं मानना चाहिए। इसलिए दो-दो-तीन-तीन बार महायुति के कार्यकर्ता मतदाताओं तक पहुंचें और उन्हें सम्मान दें। अगर महायुति के कार्यकर्ताओं के बीच मतभेद हैं तो उन्हें मिल बैठकर सुलझाना चाहिए। चुनाव के दौरान कोई गद्दारी न हो इसका ख्याल रखें। अगर दूसरी पार्टी से कोई हमारे साथ आएगा तो हम उसे ले लेंगे। हालांकि यह सुनिश्चित करने की कोशिश करनी चाहिए कि इस दौरान उनका कोई कार्यकर्ता दूसरी पार्टी में न जाए, ऐसा अजित पवार ने कहा।