पन्ना: गेहूं उपार्जन के लिए पंजीयन केन्द्र निर्धारित, किसान एक मार्च तक करा सकेंगे पंजीयन
- गेहूं उपार्जन के लिए पंजीयन केन्द्र निर्धारित
- किसान एक मार्च तक करा सकेंगे पंजीयन
डिजिटल डेस्क, पन्ना। रबी विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के लिए पंजीयन शुरू हो गए हैं। किसान आगामी एक मार्च तक पंजीयन करा सकेंगे। गेहंू उपार्जन के लिए जिले में 46 पंजीयन केन्द्र निर्धारित किए गए हैं। पन्ना तहसील में समिति कार्यालय बृजपुर, लक्ष्मीपुर एवं सिलधरा तथा कृषि उपज मण्डी प्रांगण पन्ना दो सहकारी समितियों जरधोबा एवं मडला में पंजीयन केन्द्र बनाया गया है। इसी तरह देवेन्द्रनगर तहसील में समिति कार्यालय गौरा, राजापुर, जिगदहा, बिरवाही, ककरहटी, जवाहर विपणन कार्यालय देवेन्द्रनगर तथा कृषि उपज मण्डी देवेन्द्रनगर में, गुनौर तहसील अंतर्गत जवाहर विपणन कार्यालय गुनौर, समिति कार्यालय कचनारा, मुडवारी, बरसोभा, हरद्वाही एवं छपरवारा तथा कृषि उपज मण्डी सलेहा, अमानगंज तहसील अंतर्गत कृषि उपज मण्डी अमानगंज, समिति कार्यालय पगरा, महुआडाडा, महेबा, पुरैना एवं कमताना, पवई तहसील अंतर्गत समिति कार्यालय पवई, बिरसिंहपुर एवं कृष्णगढ, सिमरिया तहसील अंतर्गत समिति कार्यालय सिमरिया, मोहन्द्रा, रैकरा, कुंवरपुर, कोनी, सिंगवारा और करिया, रैपुरा तहसील अंतर्गत समिति कार्यालय रैपुरा, मलघन, रैयासांटा और बघवारकला, शाहनगर तहसील अंतर्गत समिति कार्यालय बिसानी, शाहनगर एवं बोरी तथा अजयगढ तहसील अंतर्गत कृषि उपज मण्डी प्रांगण अजयगढ एवं समिति कार्यालय बनहरीकला, शानगुरैया और मकरी में पंजीयन केन्द्र स्थापित किए गए हैं।
जिला आपूर्ति अधिकारी देवेेन्द्र खोबरिया ने बताया कि उपरोक्त पंजीयन केन्द्रों के अलावा कृषक ग्राम पंचायत एवं जनपद पंचायत कार्यालयों तथा तहसील कार्यालय में स्थापित सुविधा केन्द्र में भी नि:शुल्क पंजीयन करा सकते हैं। एमपी किसान एप के जरिए भी पंजीयन स्वयं किया जा सकता है। प्रति पंजीयन अधिकतम 50 रूपए देकर एमपी ऑनलाइन कियोस्क, कॉमन सर्विस सेन्टर, लोक सेवा केन्द्र एवं निजी व्यक्तियों द्वारा संचालित साइबर कैफे पर भी रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है। सिकमी, बटाईदार, कोटवार और वन पट्टाधारी किसानों के पंजीयन की सुविधा केवल सहकारी समिति एवं विपणन सहकारी संस्था को आवंटित पंजीयन केन्द्रों में होगी। एसडीएम एवं तहसीलदार, नायब तहसीलदार द्वारा शासन के निर्देशानुसार एवं निर्धारित प्रक्रिया अनुसार किसान पंजीयन का सत्यापन भी किया जाएगा। जिला कलेक्टर द्वारा सभी पंजीयन केन्द्रों में पंजीयन कार्य संबंधी सूचना का फ्लैक्स प्रदर्शित कर व्यापक प्रचार-प्रसार तथा उपार्जन प्रक्रिया के लिए जारी दिशा निर्देश का कडाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया है।
ई-गिरदावरी पूर्ण कराएं
जिला आपूर्ति अधिकारी द्वारा किसानों के पंजीयन के दृष्टिगत अधीक्षक भू-अभिलेख से ई-गिरदावरी पूर्ण कराने के लिए कहा है। बताया गया है कि ई-उपार्जन पोर्टल के माध्यम से किसानों का पंजीयन ई-गिरदावरी डाटाबेस के आधार पर किया जाता है। इसलिए सभी राजस्व अमले के माध्यम से रबी उपार्जन वर्ष 2024-25 अंतर्गत किसानों द्वारा बोई गई फसल का शत प्रतिशत ई-गिरदावरी अविलंब करवाने के लिए कहा गया हैए जिससे समय पर ऑनलाइन पंजीयन पूर्ण हो सके।
उपार्जन समिति का गठन
जिला कलेक्टर द्वारा किसान पंजीयन एवं उपार्जन कार्य के पर्यवेक्षण व निगरानी के लिए जिला एवं खण्ड स्तरीय उपार्जन समिति का गठन भी किया गया है। जिला स्तरीय समिति में कलेक्टर अध्यक्ष एवं जिला आपूर्ति अधिकारी सदस्य-सचिव होंगे जबकि बतौर सदस्य लीड बैंक अधिकारी, उप संचालक कृषि, सहायक पंजीयक सहकारी समितियां, अधीक्षक भू-अभिलेख, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी, महाप्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, जिला विपणन अधिकारी, जिला प्रबंधक वेयरहाउसिंग एण्ड लॉजिस्टिक कॉर्पोरेशन, जिला प्रबंधक स्टेट सिविल सप्लाईज और सचिव कृषि उपज मण्डी पन्ना शामिल हैं जबकि खण्ड स्तरीय समिति में संबंधित अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को अध्यक्ष तथा कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी को सदस्य सचिव बनाया गया है जबकि अनुविभागीय अधिकारी कृषि, सहकारिता विस्तार अधिकारी, शाखा प्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक, गोदाम प्रभारी वेयरहाउसिंग एण्ड लॉजिस्टिक कॉर्पोरेशन, जिला प्रबंधक स्टेट सिविल सप्लाईज तथा संबंधित कृषि उपज मण्डी सचिव को शामिल किया गया है। समिति द्वारा किसान पंजीयन व उपार्जन संबंधी नियंत्रण तथा उपार्जन से संबंधित सभी विवादों के अंतिम निराकरण की कार्यवाही की जाएगी।