तालाब में घोला जहर मरी मछलियां, गांव में गहराया जल संकट
तालाब में घोला जहर मरी मछलियां, गांव में गहराया जल संकट
डिजिटल डेस्क डिण्डौरी। जिस तालाब का पानी गांव के लोग निस्तार ही नहीं अपितु पीने के लिए भी करते थे उस तालाबा में बुधवार को सुबह बड़ी संख्या में मछलियों के मरकर किनारे आ जाने को लेकर गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है और लेागों ने तालाब के पानी का उपयोग पूरी तरह बंद कर दिया है। मामला करंजिया विकासखण्ड के ग्राम पंचायत परसेल का है। जहां जानकारी लगने पर मौके पर पुलिस व मत्स्य विभाग के अधिकारियों सहित अन्य अधिकारी पहुंचे जिन्होंने मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं मछलियों के मरने का क्रम देर शाम तक जारी है और मछलियां तड़प-तड़पकर किनारे की ओर आकर दम तोड़ रही है। इस मामले में ग्रामीणों का कहना है कि संभवत: असामाजिक तत्वों द्वारा तालाब के पानी में जहर मिलाया गया हो और यही वजह है कि बड़ी संख्या में मछलियां मरी मिली है। वहीं ग्रामीणों ने मछलियों के मरने के बाद तालाब के पानी का उपयोग पूरी तरह बंद कर दिया है और वे पीने के पानी के लिए भी भटकते नजर आ रहे है। बताया जाता है कि ग्राम परसेल में लोगों को पानी के लिए कोई अन्य साधन मुहैया नहीं कराया गया है और यहां के वाशिंदे 100 साल पुराने इस तालाब के पानी पर ही निर्भर है। ऐसी स्थिति में पानी न मिलने से लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
डाली गई थी एक हजार मछलिया
बताया जाता है कि बारिश के दौरान मत्स्य विभाग द्वारा तालाब में पानी की शुद्धि व मछली पालन की दृष्टि से एक हजार मछलियां डाली थी। यह मछलियां प्रजनन काल के समय से डली होने के कारण इनकी संख्या में तालाब में काफी अधिक हो चुकी थी और यहां गुरूवार की सुबह लगभग एक हजार से अधिक मछलियां तालाब के सभी तटों की ओर मरी पड़ी थी। वहीं कुछ मछलियां पगडंडी के रास्ते पर भी डली नजर आई। ऐसे स्थिति में सुबह-सुबह तालाब पहुंचने वाले ग्रामीणों को मछलियों के सड़क पर मिलने और तालाब के इर्द-गिर्द बड़ी मात्रा में मछलियां होने पर दहशत व्याप्त रही और यहां बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद हो गए जिन्होंने इसकी जानकारी प्रशासन को दी।
रिपोर्ट के बाद ही होगा खुलासा
ग्राम पंचायत परसेल में तालाब में मछलियों के मरने की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे अधिकारियों का कहना है कि जब तक पानी की टेस्टिग रिपोर्ट सामने नहीं आ जाती और मछलियों के मरने का कारण पता नहीं चलता तब तक कुछ भी कहना संभव नहीं है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि जिले में पानी की टेस्टिंग लैब न होने के कारण उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और वे पानी की टेस्टिंग को जिसे परसेल से लेकर जांच टीम डिण्डौरी आ रही उसे जबलपुर भेजा जाएगा। जहां से रिपोर्ट आने के बाद स्थितियां स्पष्ट होगी। बहरहाल इस मामले की जानकारी पुलिस को भी दी गई है। जो मामले की जांच कर रही है। वहीं लोगों को पानी के उपयोग से रोका गया है।
इनका कहना है
गांव के तालाब में मछलियों के मरने की जानकारी मिलने के बाद पानी का उपयोग किया जाना रोका गया। वैसे ग्राम में पानी के लिए कोई अन्य साधन नहीं है। जिससे खासी परेशानी हो रही है।
सुन्दर मरावी, सरपंच
जानकारी लगने पर मौके पर अधिकारियों को भेजा गया है। जहां से पानी व मछलियों की जांच की जाएगी और इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही कार्रवाई होगी।
पी.के. खान सहा.संचा. मत्स्य सौदा मध्यप्रदेश"