शहर में लगेंगे पानी के एटीएम, चौराहों पर फिर से लगाये जायेंगे ट्रैफिक सिग्रल
शहर में लगेंगे पानी के एटीएम, चौराहों पर फिर से लगाये जायेंगे ट्रैफिक सिग्रल
डिजिटल डेस्क सीधी। मिनी स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर के मुख्य स्थलों पर पानी का एटीएम लगाया जायेगा। इसके साथ ही चौराहों में फिर से ट्रैफिक सिग्रल अस्तित्व में आयेंगे। सब्जी मण्डी में बायो कम्पोस्ट प्लंाट लगाने की भी योजना है। मिनी स्मार्ट सिटी योजना के तहत अभी कुछ होता दिख नहीं रहा है पर योजना काफी लंबी-चौड़ी बना ली गई है। सबसे अहम बात यह कि शहर के मुख्य स्थलों में बड़े शहरों के तर्ज पर पानी का एटीएम लगाया जायेगा। पहले जहां गर्मी के समय लोग प्यास लगने पर होटल, दुकानों पर निर्भर रहते थे वहीं एटीएम लग जाने के बाद पैसे खर्च कर पीने के लिये पानी पा सकेेंगे। चौराहों में वर्षों पहले लगाये गये ट्रैफिक सिग्रल जो अब कहानी बन चुके हैं उन्हें फिर से जिंदा किया जायेगा। स्मार्ट सिटी योजना के तहत ट्राफिक सिग्रल लगाये जायेगे। सब्जी मण्डी में बायो कम्पोस्ट प्लांट लगाने की भी योजना है। इसके साथ ही सूखा नाला सौंदर्यीकरण, सड़क निर्माण के अलावा मुख्य स्थलों पर यात्री प्रतीक्षालय बनाये जायेेंगे। बीथिका परिसर का पुनर्निमाण किया जायेगा। योजना में मुख्य मार्ग से बस स्टैण्ड तक की फिर से सड़क बनाया जाना शामिल है। कुल मिलाकर मिनी स्मार्ट सिटी योजना के लागू होने और सरकार द्वारा बजट उपलब्ध कराने के बाद भी भले ही कमजोर कार्य दिख रहा हो पर शहर केा स्मार्ट बनाने लंबी-चौड़ी लिस्ट तैयार की जा चुकी है।
जन सहयोग से हुआ सूखा नाला का जीर्णोद्धार
सूखा नाला का जीर्णोद्धार कार्य जन सहयोग से लगभग पूरा हो चुका है। बीते मई-जून महीने में जब जीर्णोद्धार का कार्य चल रहा था तब शहर के लोगों ने बढ़ चढ़कर सहयोग किया था। किसी ने जेसीबी मशीन दी तो किसी ने डीजल का खर्चा उठाया तो बहुत सारे लोग श्रमदान करते नजर आये। उस दरम्यान लोगो को पता नहीं था कि मिनी स्मार्ट सिटी योजना में सूखा नाला का जीर्णोद्धार भी शामिल है। तत्कालीन कलेक्टर के दवाब में लोगों ने जमा पूंजी तो लगाई ही साथ ही कईयों को बेघर होना पड़ा है। पुराने रिकार्ड के आधार पर नाले के किनारे बने दर्जनों भवनों को तोड़ गिराया गया है। पता चला है कि अब जनसहयोग से हुये कार्य को भुनाने के लिये बिल व्हाउचर लगाया जा रहा है।