उज्जैन: अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पसंद किये जा रहे ऑडियो-वीडियो द्वारा तैयार किये गये लेक्चर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने की विभागीय कार्यों की समीक्षा

उज्जैन: अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पसंद किये जा रहे ऑडियो-वीडियो द्वारा तैयार किये गये लेक्चर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने की विभागीय कार्यों की समीक्षा

Bhaskar Hindi
Update: 2020-12-26 09:03 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क, उज्जैन। उज्जैन उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान उच्च शिक्षा विभाग ने मुस्तैदी से कार्य करते हुए विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होने देने के उद्देश्य से यूजी-पीजी की सभी संकायों के लेक्चर ऑडियो और वीडियो के माध्यम से तैयार कर वेबसाइट पर अपलोड किये हैं। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रोफेसरों के इन लेक्चर को पसंद किया जा रहा है। यू-ट्यूब चैनल पर लगभग ढाई लाख विद्यार्थियों ने इन्हें पसंद किया है। इसके लिये विभागीय अमला बधाई का पात्र है। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने गत दिवस मंत्रालय भोपाल में विभागीय कार्यों की समीक्षा की। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि शासकीय, अनुदान प्राप्त अशासकीय एवं निजी महाविद्यालयों में स्नातक प्रथम वर्ष एवं स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर हेतु ऑनलाइन प्रवेश का एक और अवसर प्रदान किया जा रहा है। नवीन आवेदकों के लिये 31 दिसम्बर, 2020 को प्रात: 11 बजे से रात्रि 12 बजे तक एक दिवस के लिये ऑनलाइन पंजीयन हेतु प्रवेश पोर्टल खुलेगा। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि महापुरुषों के योगदान पर आधारित कविताओं का आमंत्रण, व्यक्तित्व विकास के कार्यक्रम, सामान्य ज्ञान प्रतियोगिताएँ आदि कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सहायक प्राध्यापकों की परिवीक्षा अवधि संबंधी प्रकरणों का निराकरण तत्परता से करें। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि महाविद्यालयों में चरणबद्ध तरीके से कक्षाएँ प्रारंभ की जायेंगी। आगामी एक जनवरी को प्रायोगिक कक्षाएँ, 10 जनवरी से स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर तृतीय सेमेस्टर की कक्षाएँ तथा 20 जनवरी, 2021 से समस्त शेष कक्षाएँ प्रारंभ करने के लिये तय किया गया है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग द्वारा केन्द्रीय अध्ययन मण्डल का गठन एवं पाठ्यक्रमों को रोजगारोन्मुखी बनाने का कार्य किया जा रहा है, जो सराहनीय है। उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा राज्य शासन मद, रूसा परियोजना तथा विश्व बैंक परियोजना के अंतर्गत निर्माणाधीन भवनों जैसे महाविद्यालय भवन, अतिरिक्त कक्ष, बाउण्ड्री-वॉल, छात्रावास भवन आदि की समीक्षा की गई। निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान लोक निर्माण विभाग, राजधानी परियोजना, भोपाल विकास प्राधिकरण तथा पीआईयू के प्रतिनिधि अधिकारियों द्वारा निर्माण कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी गई। निर्माणाधीन भवनों के संबंध में मंत्री डॉ. यादव द्वारा संबंधित विभागों के प्रतिनिधियों को समय-सीमा में निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये गये। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव द्वारा विभाग की अन्य गतिविधियों की भी समीक्षा की गई। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के अंतर्गत विभागीय आउटपुट इंडिकेटर की प्रगति, नई शिक्षा नीति की कार्य-योजना, सकल प्रवेश अनुपात में वृद्धि, महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों में नैक संस्था द्वारा निरीक्षण की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की गई। इसके साथ ही कम विद्यार्थी संख्या वाले महाविद्यालयों के युक्ति-युक्तकरण की सम्पूर्ण कार्य-योजना, मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग से चयनित सहायक प्राध्यापक, ग्रंथपाल व क्रीड़ा अधिकारियों की अनुपूरक सूचियों, वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी की स्थिति, शिक्षण कार्यों की स्थिति, केन्द्रीय अध्ययन मण्डल के गठन व पाठ्यक्रमों को संशोधित कर वर्तमान परिदृश्य में रोजगारोन्मुखी बनाने के संबंध में मंत्री डॉ. यादव द्वारा निर्देश दिये गये। कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुए शैक्षणिक संस्थाओं को शिक्षण हेतु खोलने के लिये प्रसारित नवीन गाइड-लाइन्स के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। प्रति सप्ताह अतिथि विद्वानों की च्वाइस फिलिंग की जानकारी तथा विषयवार भरे व रिक्त हुए पदों, विभाग के अंतर्गत लम्बित न्यायालयीन प्रकरणों की अद्यतन स्थिति के संबंध में भी चर्चा की गई। मंत्री डॉ. यादव द्वारा अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश प्रदान किये गये कि समय-सीमा में कार्यों को त्वरित गति से पूर्ण करें। बैठक में प्रमुख सचिव श्री अनुपम राजन, प्रभारी आयुक्त श्री चंद्रशेखर वालिम्बे सहित विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

Similar News