आदिवासी किशोरी का अपहरण , नहीं लिखी जा रही रिपोर्ट
आदिवासी किशोरी का अपहरण , नहीं लिखी जा रही रिपोर्ट
डिजिटल डेस्क,सिंगरौली(वैढन)। सिंगरौली जिला में नाबालिग किशोरियों से संबंधित अपराधों पर अंकुश लगता नजर नहीं आ रहा है। अभी एक दिन पूर्व छात्रा के अपहरण और दुष्कर्म का मामला ठंडा भी नहीं पड़ा था। इसी बीच मोरवा थाना इलाके के एक गांव से आदिवासी किशोरी के अगवा करने का मामला प्रकाश में आया है। लापता आदिवासी किशोरी के परिजन उसके अगवा होने के बाद लगभग सप्ताह भर से अधिक दिनों से मोरवा पुलिस से किशोरी को ढूंढने की गुहार लगा रहे थे। बावजूद परिजनों को सांत्वना देना तो दूर पुलिस पहले दिन से ही उन्हें उल्टे किशोरी के परिजनों को रिश्तेदारों के यहां ढूंढ़ने की समझाईश दे रहे हैं। हालांकि सूत्रों की माने तो पुलिस ने एहतिहातन इस मामले में किशोरी के लापता होने पर भादस की धारा-363 प्रथम सूचना का मामला दर्ज करने की भी खबर है।
गांव के युवक पर अपरहरण का अंदेशा
मोरवा थाना इलाके स्थित एक गांव से कथित लापता किशोरी के संदिग्ध अगवा कर ले जाने का भी परिजनों द्वारा पुलिस समक्ष अंदेशा पहले दिन से ही जताया जा रहा था। बावजूद खाकी द्वारा अपने चिरपरिचित अंदाज मेंं आदिवासी किशोरी के परिजनों के अंदेशे को अनसूना कर ते प्रतीत हो रहे। जिससे परिजन बेबस हो पुलिस की पहल का इंतजार करने के अलावा और करें भी क्या उन्हें समझ में नहीं आ रहा।
चेन्नई से मिल रहे किशोरी के सुराग
लापता व अगवा हुई आदिवासी किशोरी के मामले में गांव में लोगों को उसके सुराग का पता चल गया है। बताया तो यहां तक जाता है कि किशोरी को आरोपी गोविद सिंह गोड़ पिता दादू लाल जो उसी के गांव का है। बहला फुसलाकर उसका अपहरण कर चेन्नई दक्षिण भारत ले गया है। बताया जाता है आरोपी किशोरी के दूर का रिश्तेदार है।किशोरी के लापता होने पर भादस की धारा-363 प्रथम सूचना का मामला दर्ज करने की भी खबर है।