ब्रह्मपुरी वनपरिक्षेत्र में बाघ का शिकार , 2 आरोपी गिरफ्तार , एक फरार
ब्रह्मपुरी वनपरिक्षेत्र में बाघ का शिकार , 2 आरोपी गिरफ्तार , एक फरार
डिजिटल डेस्क,चंद्रपुर। ब्रह्मपुरी वनविभाग अंतर्गत दक्षिण ब्रह्मपुरी वनपरिक्षेत्र के भुज उपक्षेत्र के मुड़झा बीट कक्ष क्र.1179 के जंगल में बाघ का शिकार मामले में वनविभाग ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि अन्य एक आरोपी फरार है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम बाजीराव नारायण मशाखेत्री व राकेश लक्ष्मण झाडे है। वे दोनों मुड़झा गांव के रहनेवाले हैं। वनविभाग की जांच के बाद आरोपी बाजीराव बाघ के पास मृत मिली गाय का मालिक है, जबकि राकेश चरवाहा है। मामले में यशवंत बोबाटे नामक व्यक्ति अभी फरार है। कार्रवाई में वनविभाग ने खेत से करीब 500 मीटर दूरी पर बाघ का सिर बरामद किया। यही नहीं आरोपियों ने पास के ही एक नाले के समीप पंजे गाड़ कर रखे थे। वह भी बरामद किये गए। इन पंजों से नाखून गायब होने की गंभीर बात सामने आयी ।
बता दें कि ब्रह्मपुरी वनविभाग के दक्षिण ब्रह्मपुरी वनपरिक्षेत्र अंतर्गत भुज उपक्षेत्र में आनेवाले मुड़झा बीट के कक्ष क्र.1179 में दो दिन पूर्व एक बाघ मृतावस्था में पाया गया था। मृत बाघ के शरीर से सिर व पंजे गायब थे, इससे बाघ का शिकार करने का प्राथमिक अनुमान लगाया जा रहा था। मामले में वनविभाग ने दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें आरोपियों ने यह खुलासा किया। दौरान वनविभाग ने कोई जानकारी माध्यमों तक पहुंचाने में गुप्तता रखी। बाघ को काट कर उसके धड़ से सिर व पंजे अलग कर देने की इस दुस्साहसी घटना ने वनविभाग में हड़कंप मचा दिया था। फिलहाल फरार आरोपी की तलाश की जा रही है।
आरोपी चरवाह राकेश ने इस पूरे मामले की जानकारी वनविभाग को पूछताछ में दी। उसने गाय मालिक बाजीराव के साथ मिल कर मृत बाघ का सिर और पंजे काटे। इस आधार पर वनविभाग ने खेत में करीब 500 मीटर दूरी पर बाघ का सिर बरामद किया। आरोपियों ने पास के ही एक नाले समीप पंजे गाड़ कर रखे थे। वह भी बरामद किये गए। इन पंजों से नाखून गायब होने की गंभीर बात सामने आयी है। वनविभाग ने बाघ का सर व पंजे अपने कब्जे में ले लिये हैं। अधिक पूछताछ दौरान राकेश व बाजीराव ने इस करतूत में गांव के ही यशवंत नामक आरोपी की संलिप्तता होने की जानकारी दी। इस आधार पर जब वनविभाग के अधिकारी उसके घर पहुंचे तब वह फरार हो चुका था।