ककरहटी का नाला गंदगी से पटा, उठ रही भीषण र्दुगंध
ककरहटी ककरहटी का नाला गंदगी से पटा, उठ रही भीषण र्दुगंध
डिजिटल डेस्क,ककरहटी । कस्बा के बीचोंबीच एक नाला प्राचीनतम समय से निकला है जो नगर को दो भागों मे विभक्त करता है इसी नाले के दोनों किनारों पर लम्बाई में अधिकांश लोग निवास करते हैं क्योंकि जब आधुनिक साधन नही थे तो नगर के लोगों की पानी और खेती की सारी समस्याओं का निवारक था लेकिन समय के बदलाव, बोरवेलों की अधिकता, नगरीय व जिला प्रशासन की उपेक्षा के परिणाम स्वरूप नगर का इकलौता नाला निर्जीव सा हो गया है। निर्मल पानी की एक-एक बूंद को तरस रहा है जो कभी पशु-पक्षियों व मवेशियों व लोगों की प्यास बुझाता था। जो नाला निर्मल पानी देता था उसका कभी जीर्णोद्धार न कराकर सारे नगर की नालियों का गंदा पानी इसमें छोड दिया गया है जिससे अब नाला के पानी से बुरी तरह से र्दुगंध उठती है। यदि इस नाले की उपेक्षा नहीं होती और नाले का जीर्णोद्धार व साफ -सफाई, गहरीकरण होता रहता तो यह गन्दगी का भण्डार नही बनता। जिला प्रशासन, जनप्रतिनिधियों, नगर परिषद व सभी नगर के आमजनों के द्बारा नाले को पुनर्जीवित करने के लिए हर सम्भव प्रयास करने चाहिए क्योंकि सभी जवाबदेहों ने नाले की घोर उपेक्षा कर उसमें केवल गंदगी ही डाली है।