1962 करोड़ राजस्व अर्जित कर सिंगरौली प्रदेश में अव्वल
1962 करोड़ राजस्व अर्जित कर सिंगरौली प्रदेश में अव्वल
-खनिज विभाग ने मार्च क्लोजिंग से पहले टारगेट को किया एचीव, सिंगरौली से प्रदेश को मिला 43 फीसदी से अधिक राजस्व
डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ)। कोल खनन की रॉयल्टी में सिंगरौली ने लक्ष्य से अधिक राजस्व अर्जित कर उमरिया, शहडोल समेत एक दर्जन जिलों को पीछे छोड़ दिया है। कोरोना की महामारी ने भले ही व्यवसायिक गतिविधियों को कमजोर कर दिया, फिर भी ऐसी विषम परिस्थितियों में भी खनिज विभाग ने कोल की रॉयल्टी से 1962 करोड़ का राजस्व अर्जित कर सिंगरौली ने प्रदेश में टॉप पर अपनी जगह बनाई है। सबसे बड़ी कामयाबी यह है कि कोरोना काल में वैश्विक मंदी के दौर में जहां सभी प्रकार के कारोबार में भारी गिरावट दर्ज की गई है, इनके बावजूद भी सिंगरौली जिले ने प्रदेश में रिकार्ड बनाया है। खनिज अधिकारी ने बताया वित्तीय वर्ष की क्लोजिंग 10 निर्धारित लक्ष्य को पूरा कर लिया है। जबकि खनिज प्रतिष्ठान मद में अलग से राजस्व अर्जित किया है।
टारगेट को किया धराशायी
खनिज विभाग ने राजस्व अर्जित करने के मामले में लक्ष्य को भी धराशायी कर दिया है। जानकारी के अनुसार चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिये 1962 करोड़ का लक्ष्य दिया गया। इसे 31 मार्च से पहले अर्जित कर सिंगरौली प्रदेश में पहली जगह बनाई है। खनिज विभाग की जानकारी के अनुसार कोरोनाकाल में भी कोल खनन से माहवार निर्धारित रॉयल्टी को विभाग ने प्राप्त किया है।
2000 करोड़ के राजस्व की संभावना
मार्च क्लोजिंग के लिये 8 दिन और बचे होने के कारण खनिज विभाग ने जिले को 2000 करोड़ के राजस्व मिलने की संभावना जताई है। खनिज अधिकारी ने बताया कि राजस्व वसूली की प्रक्रिया अभी जारी है। इसके
चलते लक्ष्य से भी अधिक राजस्व अर्जित होगा। उन्होंने बताया कि अकेले सिंगरौली से प्रदेश को 43.60 फीसदी राजस्व मिला है।
इनका कहना है
सिंगरौली जिले ने 1966 करोड़ का राजस्व अर्जित करते हुये प्रदेश में पहली जगह बनाई है। मार्च क्लोजिंग तक लक्ष्य से अधिक राजस्व मिलने की संभावना है।
-एके राय, खनिज अधिकारी