मेहनताना मांगा तो मिलीं धमकियां, कलेक्टर से लगाई गुहार

बालाघाट मेहनताना मांगा तो मिलीं धमकियां, कलेक्टर से लगाई गुहार

Bhaskar Hindi
Update: 2022-01-21 12:31 GMT
मेहनताना मांगा तो मिलीं धमकियां, कलेक्टर से लगाई गुहार

 डिजिटल डेस्क बालाघाट  अच्छी मजदूरी और उचित सुविधाएं देने का झूठा वादा कर जिले के मजदूरों के साथ दूसरे राज्यों में शोषण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। ताजा मामला हैदराबाद की राजधानी तेलंगाना में संचालित एक निजी कंपनी द्वारा जिले के मजदूरों के साथ आर्थिक शोषण करने का सामने आया है। जानकारी के अनुसार, अवेली ग्लोबल इंजीनियरिंग सॉल्युशन प्रा. लि. द्वारा बालाघाट के कटंगी तहसील के लगभग 80 मजदूरों को उनके हक का पैसा देने से इंकार कर दिया है। बताया गया कि कंपनी के संचालक अवेली दामोदर ने मजदूरों के 9 लाख 62 हजार रुपए अब तक उन्हें नहीं दिए हैं। इसकी शिकायत मजदूरों ने बालाघाट पहुंचकर जिला कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा तथा कटंगी थाने में दी है। साथ ही ई-मेल के माध्यम से चेन्नई रेलवे पुलिस को पूरे मामले के बारे में बताकर उनकी मजदूरी की रकम दिलाने तथा कंपनी संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 
क्या है मामला 
कटंगी के दीपक नागेश्वर सहित अन्य मजदूरों ने बताया कि उन्हें रेलवे में मजूदरी कार्य की जानकारी मिली थी। कंपनी से संपर्क किया। कार्य के लिए बकायदा करार भी हुआ था। कटंगी के ग्राम सेलवा, नहलेसरा सहित अन्य गांवों के 80 मजदूरों ने तीन महीने तक (जून, जुलाई और अगस्त-2021) चेन्नई के गुम्मीदिपुंडी, तिरूपुर नायडुपेटा, सुलुरपेटा, टेंगारम तथा महाराष्ट्र के अकोला एवरखेड़ा रेलवे ट्रैक पर काम किया। इसका कुल भुगतान करीब 14 लाख रुपए था, जिसके एवज में हमें सिर्फ 4.5 लाख रुपए मिले। बाकी का भुगतान हमें डर दिखाकर अब नहीं दिया गया है। 
मृत श्रमिक के परिजनों को नहीं दिया मुआवजा
दीपक ने बताया कि रेलवे ट्रैक पर कार्य के दौरान हमारे एक साथी मजदूर की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद कंपनी ने श्रमिक के परिजनों को न उचित मुआवजा दिया, न ही परिजनों की कोई सुध ली। अपने हक के पैसों के लिए जब भी कंपनी से संपर्क किया, तब-तब कंपनी के जीएम अवेली दामोदर ने हमें डरा-धमकाकर बाकी राशि देने से इंकार कर दिया। जान का खतरा मानकर हमने चेन्नई के बजाय अपने जिले में आकर शिकायत करना मुनासिब समझा।
22 दिन में ये तीसरी घटना
करीब एक महीने के भीतर ये तीसरा मामला है जब जिले के श्रमिकों के साथ दूसरे राज्यों में शोषण का शिकार होना पड़ा है। इससे पहले 31 दिसंबर 2021 को गन्ना कटाई के नाम पर महाराष्ट्र के नांदेड़ से बिरसा के 18 तथा 12 जनवरी को परसवाड़ा के 9 मजूदरों को ठेकेदार के चंगुल से छुड़ाकर बालाघाट लाया गया था। इन मजदूरों ने शिकायत की थी कि ठेकेदार द्वारा न ही उन्हें उचित मेहनताना दिया जाता है बल्कि उसके साथ मारपीट भी की जाती है।
इनका कहना है
कटंगी क्षेत्र के कुछ मजदूरों ने तेलंगाना की कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। इसमें उन्होंने कंपनी पर मजदूरी नहीं देने का आरोप लगाया है।  
जितेंद्र बघेल, टीआई, कटंगी थाना

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