राजनांदगांव : किसान समावेशी विकास की धुरी - मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
राजनांदगांव : किसान समावेशी विकास की धुरी - मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
डिजिटल डेस्क, राजनांदगांव। ग्राम भानपुरी के ग्रामवासियों ने सुनी लोकवाणी कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं उपचार के लिए शासन की ओर से हरसंभव प्रयास राजनांदगांव 13 सितम्बर 2020 मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियोवार्ता कार्यक्रम समावेशी विकास - आपकी आस पर आधारित लोकवाणी की 10वीं कड़ी को आज राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम भानपुरी के ग्रामवासियों ने तन्मयतापूर्वक सुना। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलना, सभी की भागीदारी, सबके विकास की व्यवस्था ही समावेशी विकास है। उन्होंने कहा कि किसान को जब हम अर्थव्यवस्था की धुरी मान लेंगे तो समझ लीजिए कि समावेशी विकास की धुरी तक पहुंच गए हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों को अर्थव्यवस्था के केन्द्र में रखा है। इसके साथ ही अर्थव्यवस्था में किसान, ग्रामीण, अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के महत्वपूर्ण प्रयास करते हुए राज्य सरकार सबसे विकास की व्यवस्था कर रही है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम और उपचार के लिए हरसंभव उपाय किए जा रहे है। इस समय सभी सावधानी और साहस का परिचय दें। यह दौर भी निकल जाएगा। लेकिन सभी फेस मास्क के महत्व को समझे। राजनांदगांव जिले के गर्रापार के श्री मानवेन्द्र साहू ने नरवा-गरवा -घुरवा-बारी के माध्यम से समावेशी विकास और रोजगार के संबंध में मुख्यमंत्री से जानकारी चाही। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुराजी गांव योजना को आप लोगों ने जिस तरह से हाथों-हाथ लिया है, उससे मैं बहुत उत्साहित हूं। यह योजना वास्तव में ग्रामवासियों को ही चलानी है। नरवा का पानी सिंचाई के लिए भी जरूरी है और अन्य कार्यों के लिए भी। गरवा, गौठान, गोधन न्याय योजना सब एक दूसरे से जुड़ गए हैं। जैविक खाद भी बन रही है और मूर्तियां भी। हर गौठान में समिति भी हैं और इनके साथ महिला स्व-सहायता समूह भी बन रहे हैं। सब मिलकर अपने गांव की जमीन को उपजाऊ भी बना रहे हैं और रोजगार का नया-नया साधन भी अपना रहे हैं। गौठान, गोधन, बाड़ी, जैविक खाद निर्माण विपणन आदि के माध्यम से लाखों लोगों के लिए रोजगार के रास्ते बन रहे हैं। गांव के संसाधन को जब गांव के लोग अपना समझकर उसे आर्थिक उन्नति के लिए उपयोग में लाते हैं, तो यह समावेशी विकास का सबसे अच्छा उदाहरण बन जाता है। मेरा पूरा विश्वास है कि आप सब लोग मिलकर गांवों को सचमुच में चमन बना देंगे और यही छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी ताकत होगी। ग्राम भानपुरी के सरपंच श्री मोतीराम साहू ने कहा कि राज्य शासन की योजना किसानों के लिए बहुत हितकारी है। शासन की नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी एवं गोधन न्याय योजना किसानों के लिए बहुत लाभदायक है और आय बढ़ी है। उन्होंने कहा कि कोरोना के कठिन समय में शासन द्वारा जनसामान्य के हित में सराहनीय कार्य किया गया। श्रीमती कौशिल्या साहू ने कहा कि कोरोना के संकट की घड़ी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने घर-घर तक जाकर गंभीर कुपोषित बच्चों, एनिमिक महिलाएं, एनिमिक गर्भवती माताओं के लिए टेक होम राशन पहुंचाया है। वहीं स्कूल के बच्चों को भी मध्यान्ह भोजन के तहत सूखा राशन दिया गया। श्री मंशाराम ने कहा कि मुख्यमंत्री की यह बात अच्छी लगी कि कोरोना के समय में सबको सावधानी एवं हिम्मत के साथ रहना है। इस अवसर पर पंच श्री ओमकार साहू, श्री प्रहलाद साहू, श्री चोहल साहू, श्री शिपेन्द्र साहू, एडीईओ श्री मनीष चंद्रवंशी, सचिव श्री महेन्द्र नेताम, श्री गीताराम यादव, श्री घांसीराम साहू, श्रीमती डुमेश्वरी साहू, पंच श्री खिलेन्द्र विश्वकर्मा उपस्थित थे।