छत्तीसगढ: कलेक्टर ने खरीफ फसल के दृष्टिगत जिले में खाद-बीज भण्डारण एवं वितरण के संबंध में की समीक्षा
- किसानों को गुणवत्तायुक्त बीज एवं खाद सहज उपलब्ध कराएं - कलेक्टर
- किसानों को अनावश्यक खाद-बीज के लिए दिक्कत नहीं होना चाहिए।
- रासायनिक खेती से भूमि की उर्वरा शक्ति कम होती है।
डिजिटल डेस्क,राजनांदगांव। कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल ने खरीफ फसल के दृष्टिगत जिले में खाद-बीज भण्डारण एवं वितरण के संबंध में आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की बैठक लेकर समीक्षा की।
कलेक्टर श्री अग्रवाल ने खाद-बीज के भंडारण और किसानों को किए जा रहे वितरण की जानकारी ली। कलेक्टर श्री अग्रवाल ने कहा कि जिले में लक्ष्य के अनुरूप खाद-बीज का भण्डारण हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी सोसायटी में पर्याप्त मात्रा में गुणवत्तायुक्त बीज का भंडारण रखें और किसानों की मांग पर बीज का वितरण किया जाए।
उन्होंने समय-समय पर बीज की गुणवत्ता को जांच करने अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों को गुणवत्तायुक्त बीज एवं खाद सहज उपलब्ध हो जाना चाहिए। उन्हें खाद-बीज के लिए दुबारा सोसायटी आने की जरूरत नहीं पडऩी चाहिए।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों को अनावश्यक खाद-बीज के लिए दिक्कत नहीं होना चाहिए। उन्होंने जिन सोसायटियों में खाद-बीज उपलब्ध नहीं है वहां तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री अग्रवाल ने जैविक खेती से होने वाले फायदें के संबंध में किसानों को जागरूक करने कहा। उन्होंने जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए गांव-गांव में जाकर किसानों को प्रोत्साहित करने कहा। जैविक खेती के उत्पाद स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से लाभप्रद है।
इसके फायदे किसानों को बतायें। इसके साथ ही मिट्टी की उर्वरा शक्ति में वृद्धि होती है। रासायनिक खेती के दुष्परिणाम एवं हानि से किसानों को अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि रासायनिक खेती से भूमि की उर्वरा शक्ति कम होती है। अच्छी गुणवत्ता की पैदावार नहीं हो पाती है। कम मात्रा में पैदावार होती है।
जिससे किसानों की आय में कमी होती है। उन्होंने किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध कराने कहा। इसके साथ किसानों को पैदावार बढ़ाने के संबंध में सलाह देने कहा। जिससे किसानों के आय में वृद्धि होगी। बैठक में उप संचालक कृषि श्री नागेश्वर लाल पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।