राजनांदगांव : ककईपार संकुल के बिरसिंगटोला में दिव्यांग शिक्षक ने सम्हाली मोहल्ला क्लास की कमान, ककईपार संकुल के बिरसिंगटोला में मोहल्ला क्लास का सफल संचालन
राजनांदगांव : ककईपार संकुल के बिरसिंगटोला में दिव्यांग शिक्षक ने सम्हाली मोहल्ला क्लास की कमान, ककईपार संकुल के बिरसिंगटोला में मोहल्ला क्लास का सफल संचालन
डिजिटल डेस्क, राजनांदगांव। ऐसे समय मे जब कोरोना महामारी के कारण स्कूल अनिश्चित काल के लिए बंद है, तब बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखने के लिए छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग पढ़ई तुंहर दुआर योजना ले कर आई है। इस योजना के अंतर्गत गांव-गांव में पारा मोहल्ला क्लास का संचालन किया जा रहा है। मोहल्ला क्लास के माध्यम से बच्चों को सुरक्षित उनके घरों के आसपास कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पढ़ाई की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। गोटाटोला जोन मीडिया प्रभारी शेख अफजल ने बताया कि मोहला वनांचल में भी पढ़ई तुंहर दुआर को कामयाब बनाने विशेष प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में ककईपार संकुल के मिडिल स्कूल बिरसिंगटोला में भी मोहल्ला क्लास का संचालन नियमित और सुचारू रूप से किया जा रहा है। बिरसिंगटोला में मोहल्ला क्लास की कमान सम्भाल रखी है शाला के दिव्यांग शिक्षक श्री दिलीप कुमार तारम और शिक्षक श्री बाबू लाल गावड़े ने और उनका साथ दे रहे है शिक्षा सारथी फगेश कुमार उसेंडी एवं कु. चंद्रिका सलामें। शिक्षकों और शिक्षा सारथियों के सहयोग और मार्गदर्शन से बिरसिंगटोला में मोहल्ला क्लास का सफल संचालन किया जा रहा है। ककईपार संकुल समन्वयक घनश्याम देशमुख ने बताया कि उनके संकुल में नेटवर्क की काफी समस्या है फिर भी शिक्षकों ने अधिक से अधिक बच्चों को ऑनलाइन क्लास से जोडऩे का प्रयास किया। इसी तरह अब मोहल्ला क्लास के माध्यम से शत प्रतिशत बच्चों को नियमित पढ़ाई से जोडऩे का प्रयास किया जा रहा है। ककईपार संकुल के केशला, मचांदुर, बागदो, कुम्हली, बोगाटोला, भूरसाटोला, मटेवा, ककईपार, अद्मगोंदी, मिरेपारा के प्राथमिक और मिडिल स्कूल के साथ प्राथमिक शाला बिरसिंगटोला में भी शिक्षकों और शिक्षा सारथियों द्वारा नियमित मोहल्ला क्लास लिया जा रहा है। संकुल समन्वयक घनश्याम देशमुख और मीडिया प्रभारी शेख अफजल ककईपार संकुल में मोहल्ला क्लास और अन्य गतिविधियों के सुचारू संचालन हेतु उचित मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान करते रहते है। संकुल के शिक्षकों की कड़ी मेहनत और लगन का नतीजा है कि मोहल्ला क्लास से वनांचल के निरंतर लाभान्वित हो रहे हैं।