राजनांदगांव : श्यामपुर की शिक्षिका के मार्गदर्शन में बच्चे हो रहे हैं बहुभाषी शिक्षण में दक्ष
राजनांदगांव : श्यामपुर की शिक्षिका के मार्गदर्शन में बच्चे हो रहे हैं बहुभाषी शिक्षण में दक्ष
डिजिटल डेस्क, राजनांदगांव। 03 नवम्बर 2020 विकासखंड संकुल छुईखदान की नवाचारी शिक्षिका शिवांगी पसीने के मार्गदर्शन में पढ़ई तुंहर मोहल्ला श्यामपुर के शिक्षा सारथी अमरिका धुर्वे एवं रंजीता यादव द्वारा बच्चों को बहुभाषी शिक्षण प्रदान कर भाषा कौशल में दक्ष बनाया जा रहा है। बच्चों को हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, पर्यावरण सभी विषय तीन बोली भाषा में समझाया जा रहा है। बच्चे अब स्वयं हिंदी में लिखी गई बातों को इंग्लिश और छत्तीसगढ़ी में अनुवाद करने का प्रयास करते हैं, वही इंग्लिश में लिखी गई बातों को हिन्दी और छत्तीसगढ़ी में अनुवाद करते हैं। छत्तीसगढ़ी में आया हुआ पाठ बच्चों द्वारा हिन्दी और इंग्लिश में लिखा जा रहा है, ऐसा करने से बच्चों के शब्द भंडार में आशातीत वृद्धि हो रही है। इसके साथ ही साथ नवाचारी रूप से बच्चों को चित्रात्मक कार्यों को देते हुए उसमें भाषा विशेष को अपने समझ अनुसार लिखने के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं जिससे एसेसमेंट वर्क में सहायता मिल रही है साथ ही साथ बच्चे गतिविधियों के आधार पर विभिन्न भाषाओं का अध्ययन कर रहे हैं। एक समय में एक प्रकार के भाषा को पढ़ाने के साथ शिक्षक उनके शब्द भंडार में तीन-तीन भाषा बोलियों का बोध करा रहे हैं। जिससे बच्चों में तीनो भाषाओं की समझ विकसित हो रही है। इसके अलावा बच्चों को नए-नए शैक्षणिक क्रियाकलापों को कराने में गति मिल रही है और पढ़ई तुंहर मोहल्ला के अंतर्गत ऑनलाइन क्लास एवं ऑफलाइन क्लास दोनों की कक्षाओं में बच्चों द्वारा बहुत ही सराहनीय कार्य किए जा रहे हैं। बच्चे आगामी कक्षाओं में मराठी भाषा सीखने को बहुत उत्सुक हैं, जबकि वह उनकी स्थानीय भाषा बोली नहीं है, लेकिन बहुभाषी शिक्षण गतिविधियों के आधार पर, नवाचार के आधार पर जो भाषा ज्ञान उन्हें दिया जा रहा है, उससे बच्चे बहुत ज्यादा प्रभावित हैं और शिक्षिका द्वारा प्रदान की गई चुनौती को प्राप्त करके सीखने के लिए प्रेरित हैं। बच्चे कला कौशल, नृत्य, गायन, चित्रात्मक कार्य, नवाचारी गतिविधियां कबाड़ से जुगाड़ कला कौशल, प्रतिदिन योग शिक्षा आदि में दक्ष होने लगे है। बच्चों के ऐसे नवाचारी कार्य देखकर अन्य शिक्षक भी प्रभावित हुए हैं और वे भी अपनी-अपनी शालाओं में बहुभाषी शिक्षण कार्य करा रहे हैं। बच्चे भी बहुत मजे से इन नवाचारों को सीख रहे है और इससे लाभान्वित हो रहे हैं। विकासखंड छुईखदान के वनांचल क्षेत्रों में भी इस तरह की नवाचारी शैक्षणिक गतिविधियां संचालित हो रही है, जिससे बच्चों के शिक्षण कार्य में शिक्षक पूर्ण सजग होकर कार्य कर रहे हैं, जो विकासखंड के लिए बहुत ही सराहनीय बात है। क्रमांक 15 - निखलेश