राजनांदगांव : आलेख -अन्य राज्यों से आने वाले श्रमिकों के लिए क्वारेंटाईन सेन्टर बना आश्रय
राजनांदगांव : आलेख -अन्य राज्यों से आने वाले श्रमिकों के लिए क्वारेंटाईन सेन्टर बना आश्रय
डिजिटल डेस्क राजनांदगाव | क्वारेंटाईन अवधि में श्रमिकों को मिली सभी मूलभूत सुविधाएं क्वारेंटाईन अवधि पूरा करने के बाद श्रमिकों को मिला मनरेगा में रोजगार राजनांदगांव 08 जुलाई 2020 कोरोना (कोविड-19) संक्रमण से बचाव के लिए छत्तीसगढ़ शासन के निर्देश के अनुसार राज्य से बाहर गये श्रमिकों की घर वापसी के बाद उन्हें 14 दिन क्वारेंटाईन किया जा रहा है। इसके लिए विकासखण्ड के प्रत्येक ग्राम में क्वारेंटाईन सेंटर बना कर श्रमिकों एवं अन्य व्यक्तियों को सभी प्रकार की सुविधा दी जा रही है। राजनांदगांव विकासखड के 112 ग्राम पंचायतों में कुल 163 क्वारेंटाईन सेंटर की व्यवस्था की गई। इसमें महिला एवं पुरूषों के लिये अलग-अलग कमरा एवं अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था की गई। यहां रेड जोन एवं ग्रीन जोन से आने वाले श्रमिकों के लिए अलग-अलग क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया। क्वारेंटाईन सेंटर में पंखे, गद्दा, रजाई, तकिया एवं ग्रामीणजनों के सहयोग से चारपाई की व्यवस्था किया गया। सुरक्षा व्यवस्था के लिए ग्राम के कोटवार, सरपंच, मितानीन, एएनएम, रोजगार सहायक एवं पंचायत सचिव द्वारा प्रतिदिन सुबह - शाम गांव में घूम-घूम कर लोगों को कोरोना के संकमण से बचाव के लिए प्रेरित किया जा रहा है। गांव के सभी शासकीय भवनों एवं मोहल्लों को सेनेटाईजेशन किया जा रहा है। राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम पंचायत महाराजपुर और आश्रित ग्राम भोथीपारकला के क्वारेंटाईन सेंटर प्राथमिक शाला भवन अन्य राज्यों से आए श्रमिकों के लिए आश्रय का जरिया बना। जहां से श्रमिकों को कोरोना संक्रमण जैसे परिस्थितियों में भोजन, पेयजल, चिकित्सा जैसी सुविधाएं मिली। साथ ही क्वारेंटाईन की अवधि पूरा करने के बाद उन्हें मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध कराया गया। इन क्वारेंटाईन सेंटर में उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति को सुबह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के माध्यम से योग, व्यायाम कराया जाता था। प्रशिक्षित शिक्षक द्वारा योग का प्रशिक्षण दिया गया। इसके बाद सुखा नाश्ता चना गुड़ दिया जाता था। कोरोना बचाव दल का गठन - ग्राम पंचायत महराजपुर में क्वारेंटाईन सेंटर की व्यवस्था एवं कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए कोरोना बचाव दल का गठन किया गया। जिसमें सभी शासकीय मैदानी अमला एवं ग्राम के जागरूक युवा को शामिल किया गया। जो दिन-रात निगरानी एवं समय-समय पर शासन द्वारा निर्धारित दिशा निर्देशों का पालन करते हुए क्वारेंटाईन सेंटर का संचालन कर रहे है। श्रमिको के लिए भोजन व्यवस्था - ग्राम पंचायत महराजपुर एवं आश्रित ग्राम भोथीपारकला में 2 क्वारेंटाईन सेटर की व्यवस्था की गई । जिसमें 22 लोगों को क्वारेंटाईन किया गया। जिसमें पंचायत द्वारा सुखा नाश्ता एवं मजदूरों के घर के माध्यम से दाल, चावल, हरी सब्जियां एवं काढ़ा दिया जाता है। सामाजिक दूरी का पालन - ग्राम पंचायत महराजपुर के क्वारेंटाईन सेंटर में नियत अंतराल में प्रवासी मजदूरों को रखा गया। सेंटर में कुल 22 लोगों को क्वारेंटाईन किया गया जिसके लिये अलग-अलग 6 कमरों की व्यवस्था की गई एवं सभी को मास्क एवं सेनेटाईजर प्रदान किया गया। क्वारेंटाईन सेंटर की चौकीदारी - क्वारेंटाईन सेंटर में सुरक्षा के लिए चौकीदार एवं पंच प्रतिनिधि, सरपंच, ग्राम प्रमुख देख रेख की जिम्मेदारी पूर्ण निष्ठा से निभा रहे है। चिकित्सा व्यवस्था - क्वारेंटाईन में उपस्थित श्रमिकों की स्वास्थ्य जांच प्रतिदिन मितानीन एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता के माध्यम से किया जाता है। क्वारेंटाईन सेन्टर में सर्दी, खांसी एवं बुखार के लक्षण पाये जाने पर तत्काल स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया जाता है एवं उनका कोरोना टेस्ट किया जाता है। क्वारेंटाईन अवधि पूर्ण होने के बाद मनरेगा में मजदूरी व्यवस्था - क्वारेंटाईन की अवधि पूर्ण करने के बाद मजदूर वर्ग के व्यक्ति को मनरेगा योजना अंतर्गत कार्य दिया गया। उनके रूचि अनुसार तथा व्यक्तियों की कार्यक्षमता को देखते हुए कौशल विकास योजना के अंतर्गत कार्य का चयन किया गया। क्रमांक 40 - उषा किरण/ निखलेश