रायगढ़ : सीएमएचओ कार्यालय के औचक निरीक्षण में पहुंचे कलेक्टर : कंट्रोल रूम की कार्यप्रणाली देखी, दिए कई जरूरी निर्देश
रायगढ़ : सीएमएचओ कार्यालय के औचक निरीक्षण में पहुंचे कलेक्टर : कंट्रोल रूम की कार्यप्रणाली देखी, दिए कई जरूरी निर्देश
डिजिटल डेस्क, रायगढ़। 25 सितम्बर2020 कलेक्टर श्री भीम सिंह आज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के औचक निरीक्षण में पहुंचे। वहां उन्होंने होम आइसोलेशन, कोरोना सेंपलिंग व कांटेक्ट ट्रेसिंग के डाटा मैनेजमेंट सेंटर का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां आने वाले कॉल्स और लोगों द्वारा पूछे जाने वाले सवालों की जानकारी ली। कंट्रोल रूम में मौजूद हो हर कॉल की डिटेल कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि होम आइसोलेशन व आपातकालीन सेवा हेतु एक परमानेंट लैंडलाइन नंबर जारी करें। कंट्रोलरूम में शिफ्ट में ड्यूटी लगाए गए कर्मचारियों को निर्देशित किया कि आने वाले प्रत्येक काल की डिटेल्स एक तय फॉरमेट में नोट की जाए। उन्होंने होम आइसोलेशन वाले मरीजों से आने वाले कॉल को अटेंड व फॉलोअप करने वाले स्टाफ से कहा कि मरीजों से पूरी संवेदनशीलता से बात करते हुए उनकी समस्याएं सुने व उसके समाधान के लिए कार्य करें। जरूरी जानकारियां करें नियमित अपडेट जिन लोगों की एक्टिव होम आइसोलेशन की अवधि पूरी हो जाती है उसकी जानकारी भी नियमित रूप से अपडेट करें। इसके साथ ही सभी कोविड-19 में उपलब्ध बेड की जानकारी भी वहां डिस्प्ले होनी चाहिए ताकि इमरजेंसी में यदि किसी मरीज या परिजनों का फोन आए तो उन्हें तत्काल उसी काल मे जानकारी दी जा सके। प्रतिदिन शाम को नियत समय पर सभी जानकारियों के साथ मेडिकल बुलेटिन तैयार कर जारी करने के निर्देश भी उन्होंने दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना के उपचार के साथ-साथ उससे जुड़े डेटा की भी बड़ी अहमियत है इससे इलाज के साथ संसाधनों की व्यवस्था के संबंध में आगे की रणनीति तैयार करने में सहायता मिलती है कोविड की लड़ाई में हर सहयोगी है कोरोना वारियर कलेक्टर श्री सिंह ने नॉन मेडिकल स्टाफ जिनकी ड्यूटी सीएमएचओ कार्यालय में डाटा एंट्री व फॉलोअप के लिए लगाया गया है उनसे सीधे बात कर उनकी मनोबल बढ़ाया और कहा कि कोरोना की इस लड़ाई में जो भी सहयोग दे रहा है वो हमारे लिए कोरोना वारियर हैं। उन्होंने कहा कि काम के दौरान समस्या या दुविधा होती है तो विभागीय लोगों से पूछ कर उसका निराकरण करें। उन्होंने सीएमएचओ को निर्देश दिए कि संलग्न किये नॉन मेडिकल स्टाफ को शीघ्र आवश्यक ट्रेनिंग देकर कार्य का व्यवस्थित संचालन करें। इस दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी, डीपीएम श्रीमती भावना महलवार एवं स्वास्थ्य विीााग भी मौजूद रहे।