पीडब्ल्यूडी एसडीओ और सब इंजीनियर 1-1 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ धराए
छिंदवाड़ा पीडब्ल्यूडी एसडीओ और सब इंजीनियर 1-1 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ धराए
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने मंगलवार को शहर में पीडब्ल्यूडी के एसडीओ विजय चौहान और सब इंजीनियर हेमंत कुमार आत्मपूज्य को एक-एक लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। अमरवाड़ा के रोड साइड साइन बोर्ड के ठेके में ठेकेदार से फाइनल बिल भुगतान के एवज में रिश्वत ली थी। लोकायुक्त टीम ने दोनों के पास से २०-२० हजार रुपए नकद और ८०-८० हजार रुपए के चैक बरामद किए हैं। आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
लोकायुक्त टीम के मुताबिक अमरवाड़ा ब्लॉक में सड़क किनारे साइन बोर्ड लगाने का ठेका सारथी कंस्ट्रक्शन को साढ़े १२ लाख रुपए में मिला था। पीडब्ल्यूडी विभाग से पूर्व में उक्त कार्य का करीब साढ़े नौ लाख रुपए का भुगतान हो चुका है। जबकि एक साल से बकाया ३ लाख रुपए के बिल के लिए ठेकेदार चक्कर काट रहे थे। ठेकेदार श्रीचंद चौरिया के मुताबिक ३ लाख रुपए के बिल के एवज में एसडीओ और सब इंजीनियर २.४० लाख रुपए की रिश्वत मांग रहे थे। इसकी शिकायत १३ जनवरी को लोकायुक्त एसपी जबलपुर से की। लोकायुक्त टीम ने शिकायत का पहले सत्यापन कराया। जबकि मंगलवार को पहुंची टीम ने एसडीओ विजय चौहान और सब इंजीनियर हेमंत कुमार आत्मपूज्य को १-१ लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया।
आधे घंटे में दोनों कार्रवाई:
1. लोकायुक्त टीम मंगलवार सुबह करीब सवा 11 बजे एसडीओ विजय चौहान के खजरी रोड शिक्षक कॉलोनी स्थित निवास स्थान पर पहुंचकर रिश्वत में लिए गए 20 हजार नकद व 80 हजार रुपए के चैक समेत पकड़ा।
2. एसडीओ को दबोचने के बाद लोकायुक्त टीम ने सब इंजीनियर हेमंत कुमार के परासिया श्री रघुवरपुरम कॉलोनी स्थित निवास पर पहुंचकर प्लान के मुताबिक रिश्वत लेते पकड़ा। सब इंजीनियर के पास से भी नकदी २० हजार और ८० हजार रुपए का चैक बरामद किया गया।
मेजरमेंट बुक अपने पास रखकर रिश्वत के लिए अड़ा रहे थे:
शिकायतकर्ता ठेकेदार श्रीचंद चौरिया के मुताबिक उनके परिवारिक फर्म के नाम से रोड साइड साइन बोर्ड का ठेका था। एसडीओ और सब इंजीनियर ने एमबी (मेजरमेंट बुक) अपने पास रख ली थी। पिछले एक-डेढ़ साल से वह उनके चक्कर काट रहा था। दोनों 1.20 लाख और 1.20 लाख रुपए की मांग कर रहे थे। बाद में 1-1 लाख रुपए में माने। सिस्टम के अनुकूल मांगते तो दे देता। परेशान होकर लोकायुक्त से शिकायत की।
पीएससी से चयनित था एसडीओ, कुल ढाई साल की नौकरी:
बताया जा रहा है कि १ लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया एसडीओ विजय चौहान की छिंदवाड़ा में पहली पोस्टिंग थी। पीएससी से चयनित होने के बाद वह यहां पदस्थ किया गया था। उसके पास अमरवाड़ा-तामिया सब डिविजन का जिम्मा था। महज ढाई से तीन साल की नौकरी में ही वह रिश्वत के रंग में रंगकर धरा गया। वहीं सब इंजीनियर हेमंत कुमार करीब चार साल से अमरवाड़ा में पदस्थ बताया जा रहा है।
इनका कहना है...
ठेकेदार ने बिल के एवज में रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की थी। जिसका सत्यापन कराया गया। मंगलवार को एसडीओ विजय चौहान और सब इंजीनियर को उनके निवास से रिश्वत की रकम व चैक के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया है। दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
- जेपी वर्मा, डीएसपी, लोकायुक्त जबलपुर