तेज साउंड से शुरू हुआ ऑक्सीजन प्लांट की मशीन
सिवनी तेज साउंड से शुरू हुआ ऑक्सीजन प्लांट की मशीन
डिजिटल डेस्क,सिवनी। कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। सोमवार को जिला अस्पताल के तीन ऑक्सीजन प्लांट का मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। यानी यह देखा गया कि मशीन चालू हालत में है या नहीं। इसके अलावा अन्य व्यवस्थाएं भी देखी गई। सुबह 10 बजे से दो दोपहर दो बजे तक मशीनों को चलाया गया। हालांकि इस दौरान कहीं भी किसी प्रकार की तकनीकि समस्या मशीनों में नहीं मिली। इससे पहले 27 जनवरी को मॉकड्रिल की गई थी।
अधिकारियों ने देखा प्लांट
मॉकड्रिल को लेकर सीएमएचओ डॉ राजेश श्रीवास्तव और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। डॉ श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए मॉक ड्रिल की गई। इस दौरान भौगोलिक रूप से मौजूदा सुविधाएं, रेफरल सेवाएं, दवा, ऑक्सीजन, टेलीमेडिसिन सेवाएं,आईसोलेनशन बेड, आईसीयू बेड,वेंटीलेटर, स्टाफ की उपलब्धता, आयुष चिकित्सकों की उपलब्धता ओर फ्रंटलाइन वर्कर की तैयारियों को देखा गया। इसके अलावा कोविड परीक्षण प्रयोगशाला, रेपिड किट की उपलब्धता आदि की व्यवस्थाओं को देखा गया गया।
आज भी होगी मॉकड्रिल
मंगलवार को भी मॉकड्रिल का आयोजन होगा। पीएसए प्लांट को सुबह 11 बजे से तीन बजे तक चलाया जाएगा। इसको लेकर भी सभी की जिम्मेदारी तय की गई है। इसमें पीएसए प्लांट के तकनीशियनों द्वारा संस्था प्रभारी सक्षम प्राधिकारी की देखरेख में रहेंगे। क्षेत्रीय संचालक संभागीय संयुक्त संचालक और उप संचालक और अन्य अधिकारियों द्वारा निगरानी की जाएगी। निर्धारित समय सीमा में आक्सीजन गैस की शुद्धता 90-96 प्रतिशत प्राप्त नहीं होती है तो मॉकड्रिल की अवधि बढाई जा सकती है। इसके बाद भी शुद्धता नहीं मिलती है तो प्लांट के संर्विस इंजीनियर से चैक कराया जाएगा।
सभी ऑक्सीजन प्लांट चालू हालत में
जिला अस्पताल में 570 और 400 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट और 6000 लीटर का लिक्विड ऑक्सीन प्लांट स्थापित है। वहीं घंसौर में 300 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट है। मॉक ड्रिल में सभी चालू स्थिति मिले। जनवरी माह में भी हुई मॉकड्रिल में उन्हें चालू हालत में पाया गया था। ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई लाइनों को भी जांचा परखा गया। कहीं भी कोई फाल्ट नहीं मिला।
नहीं है कारोनो मरीज
जिले में कहीं भी कोई कोरोना मरीज नहीं है। यही नहीं कोई भी मरीम आईसोलेशन में नहीं रखा गया। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि कोरोना से निपटने के लिए सभी संसाधन हैं। पहली और दूसरी मॉक ड्रिल में सभी व्यववस्थाओं को देखा जा चुका है। अस्पतालों में सभी स्टाफ को मास्क लगाने और सेनेटाइजर के उपयोग के लिए कहा गया है।
इनका कहना है
सोमवार को मॉकड्रिल में सभी उपकरणों और मौजूदा संसाधनों को देखा गया। सभी व्यवस्थाएं सही पाई गई। प्लांट के निरीक्षण के साथ वार्डों का भी जायजा लिया गया। इसके अलावा अन्य ब्लॉक स्तर पर भी मॉकड्रिल हुई है।
डॉ राजेश श्रीवास्तव, सीएमएचओ, सिवनी