अब घर वापसी: हंगरी से दिल्ली पहुंची मुस्कान, परिवार नागपुर रवाना
बालाघाट अब घर वापसी: हंगरी से दिल्ली पहुंची मुस्कान, परिवार नागपुर रवाना
डिजिटल डेस्क, बालाघाट।रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग के बीच बालाघाट जिले के लिए राहतभरी खबर है। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को भारत सरकार द्वारा ऑपरेशन गंगा के तहत हंगरी, रोमानिया, पॉलैंड की सीमाओं से सुरक्षित लाया जा रहा है। भटेरा निवासी मुस्कान गौतम हंगरी सीमा से सुरक्षित दिल्ली आ चुकी है। गुरुवार तड़के जब मुस्कान के परिवार को खबर लगी कि बेटी फ्लाइट से दिल्ली पहुंच चुकी है, तब परिवार ने राहत की सांस ली। जानकारी के अनुसार, मुस्कान दिल्ली से नागपुर पहुंचेंगी। उन्हें रिसीव करने मां ममता और छोटी बहन कशिश बालाघाट से नागपुर के लिए रवाना हो चुके हैं, जो गुरुवार देर रात तक मुस्कान के साथ बालाघाट लौटेंगे। गौरतलब है कि भटेरा में रहने वालीं मुस्कान यूक्रेन के किवोग्रात शहर में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। एक हफ्ते से वह यूक्रेन में युद्ध के खतरे के बीच अपने फ्लैट में थीं।
खतरे के बीच हंगरी बॉर्डर पहुंची थी मुस्कान
जानकारी के अनुसार, करीब तीन दिन पहले मुस्कान यूक्रेन से बस के जरिए हंगरी बॉर्डर पहुंची थी। इस दौरान रूसी सेना के हमलों का खतरा था, लेकिन यूक्रेन में फंसे अन्य 150 छात्र-छात्राओं के साथ मुस्कान हंगरी सीमा पहुंचीं। हालांकि, हंगरी से दिल्ली पहुंचने के लिए छात्र-छात्राओं को एक-दो परेशानी उठानी पड़ी। आखिरकार मुस्कान गुरुवार सुबह दिल्ली पहुंच गई। बताया गया कि वह दिल्ली स्थित एमपी भवन में सुरक्षित है।
इधर, रोमानिया से दिल्ली आएगी प्रगति
मुस्कान के अलावा मलाजखंड के ग्राम चारटोला निवासी प्रगति ठाकरे भी शुक्रवार तड़के 3.30 बजे फ्लाइट से रोमानिया से दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगी। पिता मिलाप सिंह ठाकरे ने बताया कि प्रगति फिलहाल रोमानिया बॉर्डर पर बने कैंप में सुरक्षित है। जहां से वह ऑपरेशन गंगा के तहत दिल्ली पहुंचेगी। श्री ठाकरे ने कहा कि ये उनके लिए सबसे बड़ी राहत की खबर है। पिछले एक सप्ताह से परिवार चिंता में डूबा था। हर पल बेटी की चिंता सता रही थी, लेकिन जब प्रगति के सुरक्षित रोमानिया बॉर्डर पर पहुंचने और अब दिल्ली आने की खबर मिली, तब सुकून मिला। बेटी को देखने, उससे मिलने पूरा परिवार बेताब है। शुक्रवार शाम तक प्रगति के बालाघाट पहुंचने की उम्मीद है।