मोदी सरकार ने संस्थाओं को कमजोर बनाया, छग सीएम ने प्रधानमंत्री पर लगाए गंभीर आरोप
कहा, इतिहास में पहली पीएमओ ने बुलाई निर्वाचन आयोग की बैठक इलेक्शन कमीशन की निष्पक्षता पर उठाए सवाल मोदी सरकार ने संस्थाओं को कमजोर बनाया, छग सीएम ने प्रधानमंत्री पर लगाए गंभीर आरोप
डिजिटल डेस्क सतना। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि जब से मोदीजी प्रधानमंत्री बने हैं संस्थाओं की ताकत कम की जा रही हैं। सीएम ने निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा इतिहास में यह पहली बार हो रहा है जब प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा निर्वाचन आयोग की बैठक बुलाई गई। ये कभी हुआ नहीं था। इससे निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर सवालिया निशान उठता है। छग सीएम ने यह भी कहा कि पंचायत चुनाव होने चाहिए मगर संवैधानिक प्रक्रिया के दायरे में रहकर।
गौरतलब है कि बघेल सतना जिला हर साल आते हैं और यहां खैरुआ सरकार हनुमानजी, कालका देवी और पीर बाबा के दर्शन करते हैं। जब वो 2019 में पहली बार यहां आए थे तो भूपेश बघेल ने स्वयं स्वीकार किया था कि खैरुआ सरकार की कृपा से वो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बने हैं।छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी संविधान को मानती नहीं है। भाजपा को अध्यादेश वापस लेना पड़ा। संविधान की जो व्यवस्थाएं हैं उसके अनुरूप काम करने से कौन रोक रहा है। लेकिन संविधान के विपरीत काम हो रहा है इसलिए रोक रहे हैं। चुनाव होना चाहिए लेकिन जो प्रक्रिया है जो नियम है... जो संविधान में जो प्रावधान है उसका पालन होना चाहिए। सबसे बड़ी बात तो ये है कि पहली बार इतिहास में ये हो रहा है कि प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा निर्वाचन आयोग की बैठक बुलाई गई। ये कभी हुआ नहीं था। इससे निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर सवालिया निशान उठता है। जबसे मोदी जी प्रधानमंत्री बने हैं जितनी भी संस्थाएं हैं उसकी ताकत कम की जा रही है। लोकतंत्र बचाने के लिए जनता के सामने आना पड़ेगा।