मंत्री डॉ.यादव ने नगर निगम के अन्तर्गत निर्माण और विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ली

मंत्री डॉ.यादव ने नगर निगम के अन्तर्गत निर्माण और विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ली

Bhaskar Hindi
Update: 2020-11-21 10:34 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क, उज्जैन। शुक्रवार को बृहस्पति भवन के सभाकक्ष में मध्य प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने नगर पालिक निगम उज्जैन के अन्तर्गत विभिन्न निर्माण और विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में संभागायुक्त श्री आनन्द कुमार शर्मा, कलेक्टर श्री आशीष सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री क्षितिज सिंघल और नगर पालिक निगम उज्जैन के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे। बैठक में पॉवर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से आयुक्त श्री सिंघल द्वारा जानकारी दी गई कि पिछले वर्ष नगर पालिक निगम की औसत आय 260 करोड़ रुपये थी। जल कर प्राप्ति के वर्षवार तुलनात्मक पत्रक पर चर्चा के दौरान मंत्री डॉ.यादव ने पूछा कि ऐसे कितने कनेक्शन हैं, जिनके जल कर बकाया हैं तथा वे किस श्रेणी के अन्तर्गत आते हैं। जल कर के लम्बित प्रकरणों का निराकरण पीएचई विभाग के साथ संयुक्त बैठक आयोजित कर शीघ्र-अतिशीघ्र किया जाये। स्वच्छता सर्वेक्षण पर चर्चा के दौरान आयुक्त द्वारा जानकारी दी गई कि पिछली बार उज्जैन 20वे स्थान पर आया था। इस पर कलेक्टर ने कहा कि स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाये तथा अगली बार उज्जैन को टॉप-5 शहरों में लाने का प्रयास किया जाये। नगर निगम में ठोस अपशिष्ट प्रबंध प्रणाली पर चर्चा के दौरान ठोस अपशिष्ट संग्रहण और ठोस अपशिष्ट निस्तारण के लिये की जा रही कार्यवाहियों पर चर्चा की गई। मंत्री डॉ.यादव ने कहा कि सिंहस्थ मेला क्षेत्र में अस्थाई रूप से लघु उद्योग लगाये जाने की परमिशन दी जाये। लघु उद्यमियों को अस्थाई रूप से निर्माण करने की भी अनुमति दी जाये। चिन्तामन मन्दिर के पास फूलों से अगरबत्ती बनाई जाने का प्लांट तैयार करने हेतु कार्य योजना बनाई जाये। मंत्री डॉ.यादव ने बैठक में कहा कि आमजन में स्वच्छता की भावना का विकास करने के लिये विभिन्न वार्डों में नगर पालिक निगम द्वारा स्वच्छता पर आधारित विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जायें। बैठक में गऊघाट पर बनाये गये नगर निगम के अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र का मार्ग चौड़ा किये जाने का भी प्रस्ताव दिया गया। प्रधानमंत्री आवास पर चर्चा के दौरान नये मकान बनाये जाने हेतु कवेलु कारखाने के पीछे की जमीन का चिन्हांकन किये जाने का प्रस्ताव मंत्री डॉ.यादव द्वारा दिया गया। शहर में स्वरोजगार योजना और कौशल उन्नयन योजना पर चर्चा के दौरान मंत्री डॉ.यादव ने कहा कि शासकीय योजनाओं से जो भी लाभ हितग्राहियों को प्राप्त होता है उन योजनाओं के इंचार्ज समय-समय पर इसकी समीक्षा करें तथा जनप्रतिनिधियों को योजनाओं से लाभान्वित होने वाले हितग्राहियों की प्रगति से अवगत करायें। शहरी पथ व्यवसाय उत्थान योजना और संबल योजना के अन्तर्गत श्रमिकों के पंजीयन की स्थिति की समीक्षा की गई। मंत्री डॉ.यादव ने उज्जैन शहर में प्रचलित निर्माण कार्यों और प्रस्तावित मुख्य परियोजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि जहां भी स्पोर्ट्स या शॉपिंग कॉम्पलेक्स बनाये जाना प्रस्तावित है, वहां पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था की जाये। आगामी सिंहस्थ पर्व को ध्यान में रखते हुए जो भी मास्टर प्लान बनाये जा रहे हैं, उसमें नगर पालिक निगम के दृष्टिकोण से भी कई प्रस्ताव जोड़े जायें। आगामी सिंहस्थ महापर्व को ध्यान में रखते हुए मेला क्षेत्र के विस्तारीकरण की संभावना पर प्रस्ताव तैयार किया जाये। आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश अभियान में सिंहस्थ महापर्व की तैयारी के तहत उज्जैन में निर्मित किये जाने वाले प्रोजेक्ट्स को जोड़ा जाये। इसके अन्तर्गत समय-समय पर साधु-सन्तों के साथ भी बैठक आयोजित की जाये। मंत्री डॉ.यादव ने कहा कि शहर के प्रमुख चौराहों का जो सौंदर्यीकरण किया गया है, वहां बनाई गई झांकियों अथवा मूर्तियों की जानकारी का एक बोर्ड चौराहों पर लगाया जाये। विक्रमादित्य के नवरत्नों के नाम पर जो मार्ग बनाये गये हैं, वहां उन नवरत्नों के बारे में संक्षिप्त जानकारी बोर्ड पर अंकित की जाये। फ्रीगंज में जो भी नवनिर्माण किये जाने हैं, उनमें यह ध्यान रखा जाये कि उनका मूल स्वरूप यथावत बना रहे।

Similar News