कटनी से 5 बसों के जरिये देर रात सिंगरौली पहुंचे रेलयात्री --व्यौहारी में किया गया मेडिकल परीक्षण
कटनी से 5 बसों के जरिये देर रात सिंगरौली पहुंचे रेलयात्री --व्यौहारी में किया गया मेडिकल परीक्षण
डिजिटल डेस्क सिंगरौली (वैढऩ)। जनता कफ्र्यू के चलते अचानक बंद की गई रेल सेवाओं के बाद अभी लोग रेलवे स्टेशनों पर फंसे हुए हैं। रविवार की रात लगभग 100 से अधिक लोग साउथ कटनी, मुड़वारा रेलवे स्टेशन में फंस गये। ये सभी यात्री सीधी और सिंगरौली आने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। 31 मार्च तक सभी ट्रेन रद्द हो जाने से सभी मुश्किल में फंस गये। जो देर रात कटनी जिला प्रशासन के द्वारा 5 बसों के जरिए सिंगरौली भेजे गये हैं। सोमवार की देर रात इनके देवसर पहुंचने की खबर है। रात्रि 8.45 बजे सरई टीआई शंखधर द्विवेदी ने बताया कि ये बसें अभी तक सरई पहुंची नहीं हैं लेकिन आधे घंटे में पहुंचने वाली हैं। उन्होंने बताया कि रात्रि 11-11.30 बजे तक वैढऩ पहुंच जायेंगी।
बताया जाता है कि रविवार को सभी यात्री सिंगरौली की ओर आने वाली ट्रेनों के इंतजार में थे। इन्हें सीधी और सिंगरौली जिले के किसी न किसी गांव में जाना था। इनमें दो दर्जन से अधिक झारखंड के गढ़वा व पलामू के श्रमिक बताये जाते हैं। कोरोना वायरस की मद्देनजर सभी रेल यात्रियों की कटनी आरपीएफ ने स्टेशन खाली करने को कहा। बाहर निकलने पर जिला पुलिस ने उन्हें स्टेशन की ओर खदेड़ा। दिनभर मुश्किल में रहे यात्रियों को जिला प्रशासन ने मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए सिंगरौली जिला प्रशासन से सम्पर्क साधा और सोमवार की सुबह 9 बजे सभी का मेडिकल टेस्ट कराकर 5 निजी बसों से सिंगरौली के लिये रवाना किया है। शाम 7 बजे उन बसों को मझौली पहुंचने की खबर थी। जिन यात्रियों को वैढऩ से पहले के स्टेशनों पर उतरना था, उन्हें बीच में उतारते हुए ये बसें वैढऩ आ रही हैं।
युवा वर्ग ने की खाने की व्यवस्था
कटनी के युवा समाजसेवियों ने इन यात्रियों के खाने की व्यवस्थाएं भी मानवीय दृष्टिकोण से उपलब्ध करायी थी। रास्ते में कटनी जिला प्रशासन ने सहयोग करते हुए जिले के फंसे हुए यात्रियों को पहुंचाया। जिनकी स्क्रीनिंग कर चिन्हित किया गया है। देर रात उपखंड अधिकारी देवसर के द्वारा यात्रियों की देखभाल कर उन्हें पहुंचाने की व्यवस्थाएं उपलब्ध करायी गई।
इनका कहना है
बसें देर रात तक पहुंचेंगी, सभी यात्रियों का पहले कटनी में फिर व्यौहारी में मेडिकल टेस्ट कराया गया है। उन्हें उनके गांव तक पहुंचाने की व्यवस्था की जायेगी। जो गढ़वा और पलामू के लोग होगें एक बस को आगे बढ़ाया जायेगा। सभी उचित और सुरक्षित व्यवस्थाएं की जायेंगी।
-विकास सिंह, एसडीएम देवसर