राम भरोसे चल रहा महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय
समय से कभी भी यहां पर नहीं चालू होता है ओपीडी राम भरोसे चल रहा महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय
डिजिटल डेस्क,भदोही। महाराज बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय रामभरोसे चल रहा है। भले ही शासन द्वारा सभी सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों सहित कर्मचारियों के आने के लिए समय निर्धारित किया गया है। इसके साथ ही जिला प्रशासन द्वारा सभी डाक्टरों को समय से ओपीडी चालू किए जाने का निर्देश दिए जा रहे हैं। पर इसका असर यहां पर तैनात अधिकांश चिकित्सकों पर होता दिखाई नहीं पड़ रहा। यहां पर तो डाक्टरों के आने का कोई समय निर्धारित नहीं है। उनकी मर्ज़ी जब चाहे वह आ सकते हैं। अगर नहीं भी आएं तो भी कोई बात नहीं। सीएमएस तो है ही वह सब कुछ संभाल लेंगे।
शासन द्वारा सरकारी चिकित्सालयों के ओपीडी का समय सुबह 8:00 बजे निर्धारित किया गया है। लेकिन महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय एक ऐसा सरकारी अस्पताल है। जहां पर अधिकांश चिकित्सक कभी भी समय से नहीं आते। उनको तो विलंब से आने की आदत सी हो गई है। अब आज शुक्रवार की सुबह 9:53 बजे जब वहां पर पहुंचे तो महिला चिकित्सालय में सभी डाक्टर नदारद मिले। महिला चिकित्साधिकारी डॉ.राजकुमारी साहू, स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डा.नजमा नाहिद, आयुर्वेद संविदा चिकित्सक डॉ.अर्चना यादव व एक और महिला चिकित्सक डॉ.भावना तिवारी की कुर्सी खाली मिली। हालांकि मरीज पर्ची बनवाकर इन सभी चिकित्सकों के आने का इंतजार करते देखी गई।
जब इस संबंध में चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.संजय तिवारी से बात की गई और अभी तक उन डाक्टरों के न आने का वजह पूछा गया तो वह गोल-गोल घुमाते रहे। उनके द्वारा बार-बार सिर्फ यह कहा जाता रहा कि बैठी तो होगी। शायद उनको भी नहीं मालूम था कि अभी तक कौन-कौन डाक्टर आए हुए हैं। उनकी बातों से लग रहा था कि उनसे अस्पताल की जिम्मेदारी नहीं संभल रहा है। अगर नहीं संभल रहा है तो छोड़ क्यों नहीं दो। जबरदस्ती यहां पर पड़े हुए हैं। प्रशासन द्वारा भी यहां पर औचक निरीक्षण नहीं किया जा रहा है। अगर किया जाता तो ऐसी नौबत न आती। सभी चिकित्सक राइट टाइम हो जाते हो।
संविदा चिकित्सक ने दी विलंब से आने की सफाई
एमबीएस अस्पताल के आयुर्वेद संविदा चिकित्सक डॉ.अर्चना यादव का कुछ देर बाद फोन आया। उन्होंने विलंब होने की स्थिति के बारे में बताया कि रात में इमरजेंसी ड्यूटी थी। इसी वजह से कुछ देर हो गया। इसके साथ ही उन्होंने डॉ.भावना तिवारी व डॉ.नजमा नाहिद का भी बचाव किया। उन्होंने कहा कि डॉ.भावना तिवारी किसी सरकारी काम से गई हुई है। जबकि डॉ.नजमा नाहिद के बारे में बताया कि वह अस्पताल में मौजूद हैं। जबकि वह वहां पर नहीं थी और डॉ.अर्चना यादव खुद वहां पर नहीं आई थी। तब तक वह अपने घर पर ही थी।