सरकारी खजाने की लूट - आरईएस एसडीओ के खिलाफ लोकायुक्त में प्रकरण दर्ज
सरकारी खजाने की लूट - आरईएस एसडीओ के खिलाफ लोकायुक्त में प्रकरण दर्ज
डिजिटल डेस्क सीधी। ग्रामीण यांत्रिकी संभाग सीधी के अनुविभागीय अधिकारी विनायक प्रसाद द्विवेदी के विरूद्ध लोकायुक्त ने प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है। शिकायत दर्ज करने के साथ ही लोकायुक्त ने मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा प्रमुख अभियंता ग्रामीण यांत्रिकीय विभाग से प्रतिवेदन मांगा है।
जानकारी के अनुसार आरटीआई कार्यकर्ता एवं वरिष्ठ अधिवक्ता वीरेन्द्र सिंह परिहार द्वारा वाहन का दुरूपयोग एवं कूटरचित दस्तावेज बनाने को लेकर विनायक प्रसाद द्विवेदी अनुविभागीय अधिकारी ग्रामीण यांत्रिकी उपसंभाग सीधी के विरुद्ध प्रेषित लोकायुक्त ने जांच प्रकरण 381/2019 दर्ज कर लिया है। शिकायत दर्ज करते हुए मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग भोपाल एवं प्रमुख अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी विभाग को शिकायत की प्रति भेजकर 16 मार्च तक प्रतिवेदन मॉगा गया है। लोकायुक्त संगठन को प्रेषित शिकायत में श्री परिहार द्वारा आरोप लगाया गया कि आरटीआई. से प्राप्त उनकी लागबुक देखकर प्रथम दृष्टया ही प्रमाणित होता है कि वह कूटरचित है। कई बार वह 8 बजे सुबह से 9 बजे रात्रि तक निरीक्षण करते रहते है जबकि कोई भी निर्माण कार्य अधिक से अधिक 6 बजे सायं तक ही चल सकता है। अक्सर वह सीधी से पूर्व जाते हैं फिर पश्चिम और पुन: पूर्व जाते हैं। यही स्थिति उत्तर और दक्षिण के बीच भी हैं। बडी बात यह कि उनकी लागबुक और मासिक डायरी में अलग-अलग इन्ट्री है। जैसे 3 अक्टूबर 2018 के लागबुक के अनुसार वह निर्माण कार्यों का निरीक्षण करते है परन्तु मासिक डायरी में मतदान केन्द्रों का निरीक्षण करते हैं। 17 अक्टूबर 18 को श्री द्विवेदी लागबुक में जहाँ 334 किलोमीटर की यात्रा करते हैं वही मासिक डायरी में मात्र 150 किलोमीटर की ही यात्रा करतें हैं। इसी तरह से 2 अक्टक्ूबर 18 को लागबुक में जहाँ 350 किलोमीटर की यात्रा करते है, तो मासिक डायरी में मात्र 190 किलोमीटर की ही यात्रा करते हैं। श्री परिहार का कहना हैं कि ग्रामीण यांत्रिकी डिवीजन सीधी में सभी अनुविभागीय अधिकारियों की यही स्थिति हैं, जिसके चलते शासकीय वाहनों का भारी दुरूपयोग के साथ शासन के खजाने पर डकैती डाली जा रही हैं और इन सभी के विरुद्ध जाँच कराकर सख्त कार्यवाही की आवश्यकता है।