परीक्षा हॉल से बाहर निकलते ही टूटा कोविड प्रोटोकाल
छिंदवाड़ा परीक्षा हॉल से बाहर निकलते ही टूटा कोविड प्रोटोकाल
डिजिटल डेस्क ,छिंदवाड़ा। एमपी बोर्ड की परीक्षा गुरू वार से शुरू हो गई है। पहले दिन कक्षा बारहवीं के अंग्रेजी विषय का प्रश्नपत्र हुआ। कोविड काल के कारण दो साल बाद ऑफलाइन परीक्षा हो रही है, जिसमें कोविड प्रोटोकाल के पालन करने का दावा किया जा रहा है। लेकिन यह बात सिर्फ परीक्षा हाल तक ही सिमट कर रह गई जबकि बाहर निकलते ही इसका पालन नहीं हुआ। ऐसा नजारा गुरुवार को उत्कृष्ट विद्यालय परीक्षा हाल के सामने का था। बोर्ड परीक्षा निर्धारित समय दोपहर एक बजे खत्म हुई, जिसके बाद उत्कृष्ट विद्यालय और इसके ठीक सामने एमएलबी स्कूल में परीक्षा देने पहुंचे परीक्षार्थी एक साथ बाहर निकले। इसके कारण मुख्य सडक़ में जाम की स्थिति बन गई। इसी बीच चौपहिया वाहन भी आने से लंबे समय तक जाम लगा रहा। जाम की स्थिति होने के कारण परीक्षा देकर लौट रहे विद्यार्थियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। लंबे समय के बाद स्थिति सामान्य हो पाई और आवागमन सुचारु हो पाया।
इसलिए बन रही यह स्थिति
उत्कृष्ट और एमएलबी स्कूल को बोर्ड परीक्षा का केन्द्र बनाया गया है। परीक्षा छूटने के कारण दोनों ही स्कूल के परीक्षार्थियों को सिर्फ एक ही सडक़ से बाहर निकलना होता है। इसके अलावा बस स्टैंड से कलेक्ट्रेट को जोडऩे वाली इस सडक़ में पहले से ही आवागमन ज्यादा रहता है। नतीजतन जाम की स्थिति बन जाती है। इतना ही नहीं परीक्षा छूटने के आधे घंटे बाद दोपहर डेढ़ बजे से नवमीं-ग्यारहवीं की कक्षा लगना था ।
पहुंचा पुलिस स्टॉफ
एमएलबी स्कूल के पास डायल-१०० वाहन खड़ा रहता है। परीक्षा छूटने के बाद जब जाम की स्थिति बनी तो एक पुलिस कर्मी यहां पर व्यवस्था बनाते हुए देखा गया।
६६९ रहे अनुपस्थित, नहीं बना नकल प्रकरण
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अनुसार गुरुवार को कक्षा बारहवीं की परीक्षा में ६६९ परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। कुल १५१ परीक्षा केन्द्रों में हुई परीक्षा में कुल २१ हजार १५१ परीक्षार्थी दर्ज थे, जिसमें से २० हजार ४८२ ने परीक्षा दी जबकि ६६९ अनुपस्थित रहे। परीक्षा में एक भी नकल प्रकरण दर्ज नहीं हुआ है।
परीक्षा हाल के बाहर उतरवाएं जूते-चप्पल
परीक्षा हाल में जूते-चप्पल बाहर उतारने को लेकर अधिकारी ही संशय में दिखे। एमएलबी स्कूल परीक्षा केन्द्र में कुछ विद्यार्थियों के जूते-मोजे बाहर उतरवा दिए गए थे। वहीं कुछ विद्यार्थी परीक्षा हाल में इसे पहनकर बैठे थे। यहां पर अधिकारी भी इस मामले में सही जवाब देने से बचते रहे। जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि जूते मोजे पहनकर नहीं बैठना है यदि इसके पालन में भिन्नता है तो इसे सुधरवाया जाएगा।
विद्यार्थियों का कहना अच्छा आया प्रश्नपत्र
दो साल बाद ऑफ लाइन पैटर्न में परीक्षा हो रही है। गुरुवार को अंग्रेजी विषय का प्रश्नपत्र देकर बाहर आए परीक्षार्थियों के चेहरे खिले हुए थे। परीक्षार्थी मोहित वर्मा का कहना था कि पहले से कोर्स कम हो गया था। जिन विद्यार्थियों ने पढ़ाई की है उनके लिए यह प्रश्नपत्र सरल था। एक अन्य परीक्षार्थी अमन का कहना है कि विकल्प के प्रश्न होने से काफी आसान हुआ।