महिला का अपहरण कर पांच दिन तक किया दुष्कर्म ,पुलिस नहीं लिख रही रिपोर्ट
महिला का अपहरण कर पांच दिन तक किया दुष्कर्म ,पुलिस नहीं लिख रही रिपोर्ट
डिजिटल डेस्क, सिंगरौली (वैढन)। पांच दिन से अपहृत और दुराचार की शिकार महिला एफआईआर दर्ज कराने के लिए अपने पति के साथ सरई थाने की चौखट पर बैठी रही। वहां पर मौजूद पुलिस कर्मियों के द्वारा पीड़िता को दिन भर बैठाये रखा। फिर थाना प्रभारी के अवकाश पर होने की जानकारी देकर उसे डांट कर लौटा दिया गया। फरियादिया की शिकायत है कि थाना इंचार्ज या मौजूद पुलिस कर्मियों ने उसका आवेदन लेने की जरूरत समझी और न ही उसकी शिकायत सुनने का प्रयास किया। दिन भर परेशान होकर घर लौटी महिला न्याय पाने के लिए रविवार को पुन: महिला थाने पहुंची और अपना आवेदन लेकर कानूनी कार्रवाई की मांग की। यहां पर भी संतोषजनक कार्रवाई तो नहीं हुई लेकिन मौजूद प्रधान आरक्षक शिव मोहन कोल ने महिला का आवेदन लेकर उस पर कार्रवाई करने का भरोसा जरूर दिया। महिला थाने में भी उसे थाना प्रभारी के मौजूद न होने का हवाला देकर एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया गया। गौरतलब है कि पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन ने भी चार्ज लेते ही महिलाओं, बालिकाओं और वृद्धजनों की फरियाद पहले सुनने के निर्देश जारी किये थे। यह भी कहा था कि किसी भी हाल में इन वर्गों के फरियादियों को जिला मुख्यालय या मेरे कार्यालय तक भी शिकायत करने न आना पड़े। इन सबके बावजूद थाने की कार्रवाई से असंतुष्ट फरियादी भटकने के लिये मजबूर है।
ये है घटना
घटना की जानकारी हुए फरियादिया ने बताया कि आरोपी छोटन जायसवाल 26 जुलाई की रात तकरीबन 8 बजे जबरन उसे अपने घर ले गये। उस समय वह एक कार्यक्रम में जा रही थी, जबरन उसे घर ले जाकर एकांत कमरे में बंद कर दिया। उसने कुल्हाड़ी लेकर जान से मार देेने की धमकी देते हुए दुष्कर्म किया। पांच दिनों तक उसके साथ यही क्रम चलता रहा, लगातार उसके पति व बच्चों को भी मार देने का भय दिखाया जाता रहा। घर में आरोपी की मां ने भी पीडि़ता को उसकी बहू बनकर रहने के लिए बाध्य किया गया। बंधक बनी महिला का कहना है कि वह किसी तरह बच बचा कर बाहर निकली और अपने पति व परिजनों को घटना की जानकारी दी।
इनका कहना है
इस प्रकार की घटना की जानकारी मुझ तक अभी नहीं पहुंची है। यदि ऐसा है तो मामले को त्वरित संज्ञान में लेकर कार्रवाई की जायेगी। अभिजीत रंजन, पुलिस अधीक्षक