माई के दर पर महामहिम... बोले अभिभूत हुए हम
माई के दर पर महामहिम... बोले अभिभूत हुए हम
डिजिटल डेस्क जबलपुर। जीवनदायिनी, पुण्य सलिला मां नर्मदा का उमाघाट शनिवार को एक अनूठे संयोग का साक्षी बना। न्यायिक अकादमी के उद्घाटन समारोह में आए राष्ट्र प्रमुख रामनाथ कोविंद ने यहां पहुंचकर मां नर्मदा का आरती वंदन कर सर्वत्र मंगल की कामना की। नर्मदा की महाआरती में शामिल होने वाले वे देश के पहले राष्ट्रपति हैं। मां नर्मदा के वंदन के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह व सांसद राकेश सिंह को अपने समक्ष बुलाकर मन की बात कही। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा की महाआरती में शामिल होकर अद््भुत शांति और अनुभूति िमली। महाआरती का ये आयोजन लगातार होते रहना चाहिए...।
उमाघाट पर प्रतिदिन शाम को होने वाली इस आरती का स्वरूप शनिवार को कुछ अलग ही था। पहली बार इस आयोजन में देश के प्रथम नागरिक के साथ राज्यपाल आनंदी बेन, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया शरद अरविंद बोबडे, मुख्यमंत्री श्री चौहान, केन्द्रीय संस्कृति मंत्री प्रहलाद िसंह पटेल, सांसद िसंह, राज्यसभा सांसद िववेक कृष्ण तन्खा, केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते समेत अनेक न्यायाधीश व देश की जानी-मानी हस्तियाँ एक साथ मौजूद रहीं।
नर्मदाष्टक के श्लोकों से गँूजा उमाघाट
शनिवार को उमाघाट और ग्वारीघाट की आकर्षक साज-सज्जा और दूधिया रोशनी की जगमगाहट के बीच माँ नर्मदा का भव्य स्वरूप अलौकिक नजर आ रहा था। महामहिम के घाट पहुँचने पर पुरोहितों ने पूरे िवधि-विधान से माँ नर्मदा की आरती जैसे ही प्रारंभ की स्वस्तिवाचन, हर-हर नर्मदे और नर्मदाष्टकम के श्लोकों की गूँज चहुँओर से सुनाई पडऩे लगी। आरती के दौरान महामहिम मंच से ही नर्मदा के अलौकिक सौंदर्य को निहारते रहे।
अक्सर महाआरती में शामिल होता था - सीजेआई
शनिवार को मानस भवन में न्यायिक अकादमी का कार्यक्रम समाप्त होने के बाद सांसद राकेश िसंह ने महामहिम को नर्मदा आरती के आमंत्रण की याद िदलाई, िजस पर महामहिम ने सीजेआई शरद अरविंद बोबडे से महाआरती पर चलने के लिए कहा, िजस पर श्री बोबडे ने कहा कि मैं जब मप्र हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस कार्यकाल में था, तब अक्सर उमाघाट पर होने वाली नर्मदा महाआरती में शामिल होता था।
आरती के बाद मुख्य पुरोहित को दी दक्षिणा
नर्मदा महाआरती के बाद महामहिम के िनर्देश पर मंच से आरती के संयोजक पं. ओंकार दुबे का नाम पुकारकर राष्ट्रपति के पास पहुँचने के लिए कहा गया। महामहिम ने श्री दुबे को 51 सौ रुपए बतौर दक्षिणा प्रदान करके देश की गौरवशाली वैदिक परम्परा का निर्वहन किया।
टाइट िसक्योरिटी के बीच दो घंटे ब्लॉक रहे ग्वारीघाट के मार्ग
राष्ट्रपति के महाआरती कार्यक्रम को लेकर पूरे ग्वारीघाट इलाके में टाइट िसक्योरिटी रही। शाम 6 बजे से रात 8 बजे तक ग्वारीघाट, िजलहरीघाट, खारीघाट के साथ आसपास के सभी गली-मोहल्ले के रास्ते ब्लॉक कर िदए गए थे। जिसकी वजह से जो लोग जहाँ थे, वहीं थमे रह गए।
ये भी शामिल हुए
माँ नर्मदा की भव्य आरती में राज्यमंत्री रामकिशोर कांवरे, विधायक अजय विश्नोई, नंदिनी मरावी, अशोक रोहाणी, इंदू तिवारी, लखन घनघोरिया, तरुण भनोत, विनय सक्सेना, संजय यादव सहित पूर्व मंत्री अंचल सोनकर, शरद जैन, समाजसेवी डॉ. जितेन्द्र जामदार, डॉ. पवन स्थापक सहित धर्माचार्य और संत समाज मौजूद रहे।
बंद हुई सजावट, लोग नहीं देख पाए वह भव्य नजारा
उमाघाट व ग्वारीघाट में महामहिम के आगमन पर की गई भव्य सजावट को देखने रात में हजारों लोग पहुंचे, लेकिन निराशा ही उनके हाथ लगी। दरअसल अतिथियों के जाते ही संबंधित कंपनी द्वारा तट पर की गई साज-साज को खोल लिया गया। कई हिस्सों में अंधेरा छा गया। लोगों का कहना था कि अगर लाइटिंग को आज रात और नहीं खोला जाता तो शहरवासी भी इसका लुत्फ ले सकते थे।