मलेरिया से मासूम की मौत ,जिला अस्पताल में भर्ती कराने के कुछ देर बाद थम गई सांसे
मलेरिया से मासूम की मौत ,जिला अस्पताल में भर्ती कराने के कुछ देर बाद थम गई सांसे
डिजिटल डेस्क, सिंगरौली (वैढन)। यहां मलेरिया का प्रकोप शुरू हो गया है। मलेरिया की मार से तड़पते एक 4 वर्षीय मासूम राहुल की मौत हो गई। मौत जिला अस्पताल में इलाज के दौरान हुई। राहुल को उसके पिता ने रविवार को दोपहर बाद करीब 3 बजे जिला अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती कराया था। जहां उसका इलाज तो शुरू कर दिया गया था, लेकिन करीब 25-30 मिनट के बाद जब चेक किया गया, तो उसकी सांसे थम चुकी थी। इसके बाद भी तत्काल ड्यूटी चिकित्सक डॉ. केपी साकेत को बुलाया गया। उन्होंने भी चेक कर राहुल के मौत की पुष्टि की। डॉक्टर के अनुसार राहुल मलेरिया के साथ दिमागी बुखार से भी ग्रसित था और उसके शरीर में खून की भी काफी कमी थी। इन सभी स्थितियों के कारण उसकी हालत काफी गंभीर हो गई थी। इस दौरान डॉक्टर द्वारा राहुल के सिर पर गीले कपड़े की पट्टी करने को कहा गया था, लेकिन परिजन पट्टी करना शुरू कर पाते कि इससे पहले ही राहुल की सांसे थम गई। राहुल को बच्चा वार्ड में भर्ती किया गया था और जब उसकी मौत की पुष्टि हुई थी यह सुनकर आसपास के बेड में भर्ती बच्चों के परिजन भी भयभीत हो उठे। वहीं मलेरिया के पीड़ित की मौत की इस घटना के साथ एक बार फिर से जिला अस्पताल की वो अव्यवस्थाएं खुलकर सामने आ गई हैं, जो मरीज की हालत बिगाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ती।
4 दिन से तेज बुखार से था ग्रसित
राहुल की मौत की बात सुनकर उसके पिता के होश ही उड़ गये। वह पहले तो राहुल को देखते पास में बैठा रहा, फिर जब अपने आसुओं को रोक नहीं पाया तो वहां से उठ गया। किनारे जाकर रोने लगा और खुद को कोसने लगा। पुत्र की मौत का दर्द झेलते देवसर के ग्राम देवरी निवासी राहुल के पिता मदन सिंह ने बताया कि राहुल पिछले 4 दिनों में बीमार चल रहा था और उसे काफी तेज बुखार आ रहा था। जिससे उसने लोकल में ही एक डॉक्टर से उसका इलाज कराया, लेकिन कोई खास सुधार नहीं हो रहा था। साथ ही पैसे आदि की तंगी के चलते उसकी हिम्मत नहीं हो रही थी कि वह राहुल का इलाज कराने वैढन तक आ पाये। जैसे-तैसे पैसे की व्यवस्था करने के बाद वह रविवार को अपने बच्चे को लेकर जिला अस्पताल इलाज कराने आया था और इस दौरान तक राहुल बोल-चाल रहा था।