एक साथ मिले पांच कोरोना पाजटिव, उपचार में लगे डाक्टर भी संक्रमित
एक साथ मिले पांच कोरोना पाजटिव, उपचार में लगे डाक्टर भी संक्रमित
डिजिटल डेस्क सीधी। जिले में कोरोना की रफ्तार कम होती नहीं दिख रही है। रविवार को एक साथ पांच व्यक्ति कोरोना पाजटिव पाये गये हैं। नये मरीजों में से एक डाक्टर भी शामिल है जो कोरोना वायरस के रोकथाम में सक्रिय होने के कारण संक्रमित हुए हैं। जिले में यह पहला केस है जहां डाक्टर कोरोना के चपेट में आ गये हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल मिश्रा ने बताया कि 26 जुलाई को एक केस ट्रूनाट लैब सीधी की रिपोर्ट में पॉजिटिव पाया गया है। यह अमिलिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ उम्र 28 वर्षीय मेडिकल ऑफिसर हैं। यह ग्राम कोदौरा सिहावल के निवासी हैं और वर्तमान में अमिलिया में ही किराए के मकान में रहते थे। कोरोना रोकथाम में सक्रियता से कार्य करते हुए संक्रमित हो गए हैं। एहतियातन इनका सैंपल कराया गया था जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त हो जाने के बाद डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर जीएनएम प्रशिक्षण केंद्र सीधी में भर्ती कर दिया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि देर शाम रीवा बायरोलाजी लैब मेडिकल कॉलेज से चार लोगों की पॉजिटिव रिपोर्ट प्राप्त हुई है। पहला केस ग्राम भमरहा, पिपरोहर के 31 वर्षीय व्यक्ति का, दूसरा पॉजिटिव केस गल्ला मंडी के 26 वर्षीय व्यक्ति का, तीसरा पॉजिटिव केस वार्ड क्रमांक 5 गुरुद्वारा के पास 65 वर्षीय वृद्ध का और चौथा पॉजिटिव केस सोना खाँड़ सीधी 42 वर्षीय व्यक्ति का है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिश्रा ने बताया कि आज एक भर्ती मरीज की रिसेंपलिंग रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त होने के बाद एवं उपचार की अवधि पूर्ण हो जाने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। अभी तक जिले में कुल 77 केस पॉजिटिव पाए गए हैं जिसमें से 42 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं और 34 एक्टिव केस को भर्ती कर उपचार किया जा रहा हैं।
कोरोना संक्रमण ने बढ़ाई चिंता
जिले में जिस तरह से कोरोना पाजटिव मरीज मिल रहे हैं उस हिसाब से लोगों की चिंता भी बढऩे लगी है। दुकानों, प्रतिष्ठानों में काम करने वाले और आमजन तो अभी तक संक्रमित हुए ही हैं अब तो कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम में लगे डाक्टर भी चपेट में आने लगे हैं। बता दें कि इसके पहले एक निजी नर्सिंग होम के संचालक डाक्टर के कोरोना संक्रमित होने की खबर उड़ी थी किन्तु जांच बाद रिपोर्ट निगेटिव आई है। यहां उपचार कराने आए एक मरीज के संक्रमित पाये जाने के बाद पूरे स्टाफ का टेस्ट कराया गया है। जहां सब की रिपोर्ट निगेटिव आई है। कोरोना संक्रमण से नर्सिंग होम के डाक्टर तो बच गये किन्तु शासकीय सेवा दे रहे डाक्टर के चपेट में आ जाने के कारण आमजनों की चिंता बढ़ गई है। इसके पहले कपड़े की दुकान में थोक के भाव पाये गये कोरोना मरीजों के कारण लोग दहशतजदा रहे हैं अब दिनोंदिन बढ़ रही संख्या सावधानी बरतने पर मजबूर कर रही है।