मालगाड़ी के इंजन में धधकी आग : विजयसोता-छितैनी के बीच हुआ हादसा
मालगाड़ी के इंजन में धधकी आग : विजयसोता-छितैनी के बीच हुआ हादसा
डिजिटल डेस्क,सिंगरौली (बरगवां)। कटनी से बरगवां आ रही गुड्स ट्रेन संख्या एचआईएमबी बीजेएपी आग का शोला बनते बची। मालगाड़ी के इंजन नम्बर 70085डब्ल्यूडीजी 4 पर अंदर की ओर से धधकी हुइ आग दिखाई दी तो लोको पायलट और सहायक लोको पायलट के होश उड़ गये। उस समय तक मालगाड़ी का इंजन भी काम करना बंद कर चुका था और मालगाड़ी विजयसोता और छितैनी रेलवे स्टेशन के बीच रनिंग पर थी। इंजन में आग होने की जानकारी होने पर लोको पायलट शैलेश सिंह ने सूझ बूझ से काम लिया और मालगाड़ी को छितैनी रेलवे स्टेशन की मेन लाइन में पिछले इंजन की मदद से लाकर रोका। गहराई से जांच करने पर पाया गया कि इंजन के टर्बो में आग लग चुकी है जिसकी जानकारी स्टेशन अधीक्षक छितैनी को दी गई और बचाव कार्य शुरू किया गया। सबसे पहले ट्रेन को मेनलाइन से लूप लाइन पर लाकर इंजन को अनकपल किया गया और इंजन में उपलब्ध फायर स्टिग्नर्स के जरिये आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया गया। इस पूरी कवायद में करीब डेढ़ घंटे लग चुके थे और आग बढ़ती ही जा रही थी। इस दौरान इंजन और स्टेशन में रखे दो व एक पैसेंजर का अग्निशमन यंत्र का उपयोग किया गया। लगभग 9अग्नि शमन यंत्रों का उपयोग करने के उपरांत भी आग पर काबू नही पाया जा सका। तो रेलवे कर्मचारियों ने व्यौहारी नगर पालिका से फायर बिग्रेड मांग लेकिन फायर बिग्रेड इंजन तक पहुंचने में कामयाब नही हो सका। जिससे आग लगे हुए इंजन को अप डाउन कर अग्रिम प्रस्थान सिग्नल के पास ले जाया गया तब जाकर रात 1बजे फायर बिग्रेड ने इंजन पर लगी आग पर काबू पाना शुरू किया एक घंटे की पुरजोर मशक्कत के बाद पौने दो बजे इंजन में लगी आग पर काबू पा लिया गया।
2 घंटे बाधित रहा रेल परिचालन
इंजन पर आग लगने की घटना से तकरीबन दो घंटे तक रेल परिचालन ठप्प रहा और इस दौरान यहां से गुजरने वाली मालगाडिय़ां कई स्थानों पर रोक दी गई थी। जिससे कई मालगाड़ियों लेट लतीफ हुई। किमी संख्या 1178/5 पर हुई इस दुर्घटना के कारण दो घंटे तक रेल अधिकारियों में अफरा तफरी का माहौल बना रहा। दो घंटे तक मेन लाइन को बंद कर सभी इंजन में लगी आग को बुझाने में जुटे रहे। घटना स्थल पर सिंगल लाइप परिचालन होने के कारण दो घंटे तक रेल गाड़ियों का आवागमन बंद रहा।
बरगवां के हिंडालको आ रही थी मालगाड़ी
सूत्रों ने बताया कि मालगाड़ी संख्या एचआईएमबी/बीजेएपी कटनी की ओर से बरगवां रेलवे स्टेशन से हिंडालकों महान एल्यूमिनियम प्रोजेक्ट आ रही थी। जिसे दो घंटे बाद खराब इंजन को काट कर अलग किया गया और दूसरे इंजन की मदद से मालगाड़ी को रवाना किया गया। लोको पायलट्स की सूझ बूझ से रेलवे की करोड़ों की क्षति को बचा लिया गया।