सिर्फ एक्स-रे पढ़कर खोज निकाले 35 फीसदी टीबी के संदिग्ध मरीज

एक लाख एक्स-रे हुए स्कैन सिर्फ एक्स-रे पढ़कर खोज निकाले 35 फीसदी टीबी के संदिग्ध मरीज

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-22 15:18 GMT
सिर्फ एक्स-रे पढ़कर खोज निकाले 35 फीसदी टीबी के संदिग्ध मरीज

डिजिटल डेस्क, मुंबई, मोफीद खान। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पहले से ही स्वास्थ्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। अब यही एआई मुंबई मनपा के लिए मददगार साबित हो रहा है। एआई ने मनपा अस्पतालों में बीते दो वर्षों में एक लाख से अधिक लोगों का नियमित एक्स-रे स्कैन पढ़कर स्वास्थ्य विभाग को हजारों संदिग्ध टीबी मामलों को इकट्ठा करने में मदद की है। मुंबई मनपा के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कोरोना काल मे वायरस को ट्रैक करने के लिए मनपा ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया था। कोविड सेंटर के अलावा झुग्गियों में कार्यान्वित एम्बुलेंस में लगे एआई की मदद से मनपा के कई संदिग्ध कोरोना मरीजों को ढूंढ निकाला गया था। कोरोना में हुए सफल प्रयोग के बाद स्वास्थ्य विभाग ने टीबी मरीजों को तलाशने के लिए इसका उपयोग करने का निर्णय लिया था। पायलट के रूप में शुरू की गई इस पहल को अच्छा प्रतिसाद मिलने लगा है जिसे अब मनपा ने अपने अधिकांश अस्पतालों में इस एआई सॉफ्टवेयर को एक्टिवेट करने की तैयारी की है। 

35 फीसदी मरीज मिले

मनपा की कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मंगला गोमारे ने बताया कि नौ अस्पतालों में एआई- कनेक्टेड एक्स-रे स्कैन स्थापित किए गए थे, जहां 2021 और 2022 के बीच 1 लाख से अधिक लोगों को टीबी के लिए स्कैन किया गया था। उन्होंने  कहा कि इस एआई की मदद से हमें 35 फीसदी टीबी के मामलों का पता चला है। उन्होंने कहा कि ये स्कैन पायलट प्रोग्राम का हिस्सा थे, जिसे हम जल्द ही बड़े पैमाने पर शुरू करेंगे।

तीन मिनट में एक मरीज में संभावित टीबी का पता चला

मनपा की कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मंगला गोमारे ने बताया कि एआई सॉफ्टवेयर की मदद से तीन मिनट में पता चल जाता है कि संबंधित मरीज का एक्स-रे स्कैन सामान्य है या नहीं। वर्ष 2022 में, सरकारी अस्पतालों में एआई कनेक्टेड एक्स-रे स्कैनर का उपयोग करके 57,781 रोगियों की जांच की गई। इनमें से एआई सॉफ्टवेयर ने 10,225 लोगों को संभावित टीबी का मरीज बताया था। 10,225 संभावित टीबी रोगियों में से 9,702 को थूक संग्रह के लिए वापस आने के लिए कहा गया। हालांकि केवल 2,376 थूक संग्रह के लिए आए, जिनमें से 704 में टीबी की पुष्टि हुई।

बढ़ रहे टीबी के मरीज 

मनपा ने 2022-2023 में 65,000 से अधिक टीबी के मामले दर्ज किए हैं जो अब तक का सबसे अधिक मामला रहा है। वर्ष 2021-2022 में, मनपा को टीबी के 58221 मामले मिले थे। 

 

Tags:    

Similar News