पर्यूषण पर्व का पंाचवां दिन उत्तम सत्य धर्म के रूप में मनाया
बृजपुर पर्यूषण पर्व का पंाचवां दिन उत्तम सत्य धर्म के रूप में मनाया
डिजिटल डेस्क, बृजपुर । जैन धर्म में १० लक्षण धर्म पर्व पर्यूषण पर्व का बड़ा महत्व है चतुर्थी से प्रारंभ पर्यूषण पर्व के १० लक्षण धर्म को दिवस अनुसार जैन समाज के श्रद्धालुओं द्वारा विधान पूर्वक मनाया जा रहा है। बृजपुर स्थित अतिशाय क्षेत्र श्री १००८ चंद्र आयतन दिगंबर जँैन मंदिर में पर्यूषण पर्व के उपलक्ष्य में धार्मिक कार्यक्रम प्रवचनों का आयोजन प्रतिदिन हो रहा है। पर्यूषण पर्व के आज पांचवे दिन को उत्तम सत्य धर्म के रूप में मनाया गया। प्रवचन में सत्य धर्म को लेकर बताया गया कि सत्य आत्मा का सौदर्य है जो नेत्रों से स्नेह रूप में प्रकट होता है और मुख की सहजता से दृष्टिगोचर होता है। सत्य निष्ठावान और चरित्रवान की पूँजी है सत्य शब्द का अर्थ वास्तविक होना है इंसान को वास्तविकता में जीवन जीने का प्रयास करना चाहिये। इंसान अगर झूठ बोलता है तो दिन व दिन उसकी आत्मा की हानि हो जाती है तथा वह समाज में अपनी मान-हानि तो करता ही है दूसरों के सहयोग और स्नेह से वंचित हो जाता है। सत्य ग्रहण करने से आत्मा को शुद्धता और पवित्रता प्राप्त होती है आत्मा महानतम लक्ष्य को प्राप्त करनें के लिये प्रयासरत रहती है। यह गया है कि सत्य से ही धर्म को प्राप्ती होती है,सत्य से ही परंमआंनंद मिलता है,मोक्ष की प्राप्ती होती है इंसान को प्रतिदिन सत्य को ग्रहण करना चाहिये।