अंतिम दौर में उलटफेर की आशंका दूसरी पसंद के मतदान पर जोर

विधानपरिषद चुनाव अंतिम दौर में उलटफेर की आशंका दूसरी पसंद के मतदान पर जोर

Bhaskar Hindi
Update: 2023-01-28 12:26 GMT
अंतिम दौर में उलटफेर की आशंका दूसरी पसंद के मतदान पर जोर

डिजिटल डेस्क, नागपुर. विधानपरिषद की शिक्षक निर्वाचन सीट नागपुर का चुनाव अंतिम दौर में पहुंच गया है। 30 जनवरी को मतदान होगा। आशंका है कि इस दौर में कुछ उलटफेर हो सकता है। पहली पसंद के मतदान के भरोसे रहना ठीक नहीं होगा। लिहाजा दूसरी पसंद के मतदान को पाने की रणनीति पर राजनीतिक दलों व उम्मीदवारों को जोर देना पड़ रहा है। भाजपा ने शिक्षक परिषद के उम्मीदवार नागो गाणार को समर्थन दिया है। तीसरी बार चुनाव लड़ रहे गाणार को लेकर भाजपा में ही मतभेद था। कुछ नेताओं में सहमति नहीं बनने की भी आशंका जताई जा रही थी। लिहाजा उपमुख्यमंत्री देवेेंद्र फडणवीस ने बैठक लेकर गाणार के समर्थन में रणनीति को तेज करने को कहा है। गुरुवार को रामदासपेठ स्थित होटल सेंटर प्वाइंट में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले की उपस्थिति में फडणवीस ने पदाधिकारियों की बैठक ली। एक नेता, 10 मतदाता के सूत्र से मतदाता संपर्क करने को कहा गया है। खबर है कि फडणवीस ने भाजपा के ऐसे नेताओं की निगरानी बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं, जो साथ में रहकर भी गाणार को लेकर नाराज है। उधर महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार सुधाकर अडबाले को लेकर भी पूरी तरह से समन्वय नहीं हो पाया है। इस चुनाव में सामान्य तौर पर 40 हजार मतदाता रहेंगे। उसमें से 25 प्रतिशत मतदान नहीं हुआ तो 30 हजार मतदाता ही जीत तय करेंगे। 

पदाधिकारी नहीं हुए शामिल : ऐसे में माना जा रहा है कि पहली पसंद के उम्मीदवार के तौर पर 13 हजार से 14 हजार तक मतदान पाने वाला उम्मीदवार जीतेगा। खास बात है कि नागपुर जिले में सबसे अधिक 15 हजार मतदाता है। उसमें से 10 हजार के करीब मतदाता नागपुर शहर के रहेंगे। आघाड़ी में समन्वय नहीं हो पाने की स्थिति में नागपुर में उसे जोखिम उठाना पड़ सकता है। वैसे चंद्रपुर व गड़चिराेली जिले में अडबाले के समर्थन में आघाड़ी को अधिक मत मिलने का भरोसा है। शिवसेना उम्मीदवार गंगाधर नाकाडे ने नामांकन वापस लिया था। उसके बाद शिवसेना कार्यकर्ता नाराज बताए जा रहे हैं। नागपुर में शिवसेना नेता विनायक राऊत की उपस्थिति में बैठक हुई उसमें शिवसेना के ही पदाधिकारी पूरी तरह से शामिल नहीं हो पाए। उससे पहले कांग्रेस की बैठक में केवल पूर्व मंत्री सुनील केदार व उनके समर्थक थे। शिवसेना शामिल नहीं हो पायी थी। शिक्षक भारती के उम्मीदवार राजेंद्र झाड़े को समर्थन का आश्वासन कांग्रेस पूरा नहीं कर पायी है। लेकिन कांग्रेस में ही कुछ नेता, झाड़े को समर्थन घोषित कर चुके हैं। इस चुनाव में झाड़े को मिलनेवाला मत भी परिणामदायक साबित हो सकता है। वंचित आघाड़ी के दीपक खोबरागडे सहित बसपा व अन्य दलों के समर्थन के उम्मीदवार भी प्रभाव दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। 

 

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