कर्ज से परेशान किसान ने ट्रेन के सामने कूदकर की आत्महत्या 

कर्ज से परेशान किसान ने ट्रेन के सामने कूदकर की आत्महत्या 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-07-23 12:52 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क, सागर। मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने जहां सबसे पहला काम किसानों की कर्ज माफी का किया था। वहीं कर्ज से दबे किसानों द्वारा आत्महत्या करने का सिलसिला थम नहीं रहा है । एक ऐसी ही एक घटना के तहत  सागर के पास एक किसान ने बैंक  से त्रस्त होकर के ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली ।मृत किसान गोविंद सिंह के पुत्र का आरोप है कि उसके पिता ने स्टेट बैंक और इलाहाबाद बैंक से 5लाख रूपये का कर्जा लिया हुआ था ।उसे उम्मीद थी कि सरकार द्वारा घोषित की गई कर्ज माफी की योजना का उसे लाभ मिलेगा और उसका कुछ ना कुछ कर्ज जरूर माफ हो जाएगा , किंतु इस उम्मीद के विपरीत बैंकों द्वारा लगातार उसके पिता के पास कर्ज चुकाने के नोटिस और फोन आते रहे । इससे त्रस्त होकर अंतत: गोविंद ने मकरोनिया स्थित रेल फाटक पर ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जान दे दी ।
 

लिया था पांच लाख का कर्ज - बंडा तहसील का है मामला 

इस संबंध में पुलिस द्वारा बताया गया है कि सागर जिले की बंडा तहसील अंतर्गत ग्राम छापरी के किसान गोविंद शाह की 8 एकड़ जमीन है , उसने इस जमीन पर स्टेट बैंक और इलाहाबाद बैंक से  पांच लाख रूपये  का कर्ज ले रखा था । गोविंद का सपना था कि वह इस कर्ज से उन्नत खेती कर अपने घर की आर्थिक स्थिति सुधार लेगा किंतु पिछले कुछ सालों से फसल लगातार दगा दे रही थी । इस कारण गोविंद  के ऊपर कर्ज का भार बढ़ता ही जा रहा था । इस बीच मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों के कर्ज माफी की घोषणा की तो उसे उम्मीद थी कि उसका भी कर्ज माफ हो जाएगा किंतु इस उम्मीद के विपरीत कर्रापुर स्थित स्टेट बैंक की शाखा इलाहाबाद बैंक की शाखा से उसे लगातार कर चुकाने के नोटिस मिल रहे थे । इतना ही नहीं हर दूसरे तीसरे दिन उसे मोबाइल फोन करके  बैंक बुलाया जाता था । रोज-रोज के तगादों से गोविंद तंग आ चुका था उसे कर्ज माफी या कर्ज चुकाने की कोई सूरत नजर नहीं आ रही थी । इसी ऊहापोह में अंतत: आज उसने मकरोनिया फाटक रेल पटरी पर कूदकर अपनी जान दी ।
 

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